जयपुर, राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित इटर्नल हॉस्पिटल ने एक 103 वर्षीय व्यक्ति के हर्निया का सफल ऑपरेशन करने की उपलब्धि हासिल की जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की अथॉरिटी ने शुक्रवार को इस केस को सफलतापूर्वक करने वाले अस्पताल के सीनियर जनरल सर्जन डॉ डी एस मलिक और उनकी टीम को रिकॉर्ड दर्ज करने का प्रमाण पत्र दिया। इस दौरान आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिकित्सकों और रिकॉर्ड टीम ने 103 साल की उम्र के व्यक्ति के हर्निया का सफल ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सबसे उम्रदराज तुलसीराम शर्मा का यह सफल ऑपरेशन किया गया है।
इस अवसर पर डॉ. डी एस मलिक ने बताया कि मरीज को करीब पिछले बीस वर्षों के लंबे समय से हर्निया की समस्या थी लेकिन उम्र ज्यादा होने और अन्य समस्याओं के कारण वह सर्जरी नहीं करवा रहे थे। कुछ समय पहले से उनकी तकलीफ इतनी बढ़ गई कि चलते वक्त भी उन्हें हर्निया को हाथ से सपोर्ट देना पड़ता था। ऐसे में उन्होंने सर्जरी कराने का निर्णय लिया। इस हाई रिस्क सर्जरी में सीनियर एनेस्थेटिस्ट डॉ मोना बाना एवं उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। ऑपरेशन के दूसरे दिन ही उन्होंने चलना फिरना शुरू कर दिया और तीसरे दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई।
इस मौके पर इटर्नल हॉस्पिटल की को-चेयरपर्सन मंजू शर्मा और सीईओ डॉ. प्राचीश प्रकाश ने कहा कि बढ़ती उम्र के साथ सर्जरी की जटिलताएं भी बढ़ती जाती हैं लेकिन हमारे अनुभवी चिकित्सक, टीम वर्क, विश्वस्तरीय मल्टी स्पेशियल्टी बैकअप एवं मरीज की हिम्मत का नतीजा है कि 103 साल की उम्र में भी हर्निया का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। इसका रिकॉर्ड बुक में दर्ज होना हम सभी के लिए गौरव की बात है।
डा मोना बाना ने कहा कि उनके 20 वर्ष के चिकित्सीय अनुभव में यह पहला एवं अनोखा मामला सामने आया जिसमें उन्हें एक अलग अनुभव प्राप्त हुआ कि सबसे उम्रदराज व्यक्ति का सफल ऑपरेशन किया गया। उन्होंने कहा कि इससे एक संदेश भी जायेगा कि उम्रदराज व्यक्ति का भी सफलतापूर्वक आपॅरेशन किया जा सकता है और इसका अन्य मरीज भी लाभ उठा सकेंगे। चिकित्सकों ने कहा कि इससे साबित हो गया है कि मरीज की चाहे कोई भी उम्र हो उसे टाले नहीं और उसका इलाज कराया जाना चाहिए।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के डॉ. पुष्प राज मुकीम ने कहा कि जब रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए हमारे पास आवेदन आया तो हमने पाया कि 103 साल की उम्र में हर्निया का ऑपरेशन करवाने वाले तुलसीराम शर्मा इकलौते व्यक्ति हैं।
ऑपरेशन के बाद खुश नजर आ रहे श्री तुलसीराम शर्मा ने उनके सफल ऑपरेशन करने वाले अस्पताल एवं उसके चिकित्सकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जो सेवाएं दी गई और उनका जिस भावना के साथ इलाज किया गया है वह सराहनीय है।