इन दवाओं के सैंपल हुए फेल, अगर आप कर रहे हैं इस्तेमाल तो हो जाइए सावधान
April 16, 2019
नई दिल्ली,20 दवाएं हिमाचल के अलग-अलग जिलों के दवा उद्योगों में बनी हैं। इन दवाओं को केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने फेल कर दिया है। स्टॉक बाजार से वापस मंगवा लिया गया है। दवा विक्रेताओं को तत्काल प्रभाव से इनकी बिक्री रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सीडीएससीओ ने मार्च में देशभर की दवा कंपनियों के 2011 सैंपल लिए थे। इनमें से 50 सैंपल फेल हो गए हैं। देशभर में फेल हुईं इन दवाओं में करीब 40 प्रतिशत हिमाचल में बनी हैं जबकि अन्य राज्यों की दवाओं में उत्तराखंड के रुड़की व हरिद्वार में बनीं आठ, जबकि अमृतसर में बनी सात व गुजरात में बनी दो दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं।
इसके अलावा हैदराबाद, रायसेन, बड़ौदा, असम, जम्मू-कश्मीर के सांबा, दमन, नरेला (दिल्ली), हिसार, पालघर, इंदौर, रतलाम, मध्य प्रदेश के पितांबर, मुंबई के अंधेरी में बनी एक-एक दवा का सैंपल फेल हुआ है। इन सभी दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। फेल हुई दवाएं गैस्ट्रिक, एंटीबायोटिक, आंखों संबंधी, शुगर, शरीर में ब्लड क्लॉटिंग के उपचार के लिए, विटामिन, बैक्टीरियल इन्फेक्शन, एंटी एलर्जिक, कांस्टीपिटेशन, गंभीर एलर्जी अस्थमा गठिया के उपचार के प्रयोग में लाई जाती हैं।
दवाओं के सीडीएससीओ ईस्ट जोन कोलकाता, सीडीएससीओ सब जोन बद्दी, सीडीएससीओ वेस्ट जोन मुंबई, ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट अरुणाचल प्रदेश, ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट असम, ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट मिजोरम, हिमाचल प्रदेश स्टेट, सीडीएससीओ सब जोन जम्मू ने सैंपल लिए थे, जिनकी जांच सीडीएल कोलकता, सीडीटीएल मुंबई, आरडीटीएल गुवाहाटी और आरडीटीएल चंडीगढ़ में जांच हुई है।
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि उद्योगों को नोटिस देकर बैच मार्केट से वापस मंगवा लिए है, वहीं इनकी विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। कई दवाओं में वातावरण का भी असर पड़ता है, जिसके चलते कई दवाओं के सैंपल फेल होते हैं।