नयी दिल्ली, उत्तर प्रदेश के औद्योगिक केंद्र कानपुर में मौजूदा हवाई अड्डे पर सुविधाओं को आधुनिक बनाने का काम पूरा हो जाएगा और वहां दिसंबर तक यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलने लगेंगी।
यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति में दी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि कानपुर हवाई अड्डे पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने वहां 143.6 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न यात्री सुविधाओं को विश्व स्तरीय बनाने का काम शुरू किया है जिसमें एक नया टर्मिनल भवन और तीन ए-321 प्रकार के विमानों के खड़े होने के लिए सुविधा तैयार करना शामिल है।
इस विकास परियोजना के इस वर्ष दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
कुल 6,248 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले नया टर्मिनल भवन में अति व्यस्त समय के दौरान एक साथ 300 यात्रियों के आवागमन की व्यवस्था होगी। सभी अति आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस इस ऊर्जा बचत की दृष्टि से 4सितारा प्रमाण वाली इस टर्मिनल में आठ जांच काउंटर और यात्रियों के सामान के लिए कन्वेयर बेल्ट होंगी। हवाई अड्डा भवन के बाहर करीब वाहन खड़े करने की सुविधा होगी जहां 150 कारें एक साथ खड़ी की जा सकेंगी। टर्मिनल भवन के अग्र भाग में स्थानीय कला और विरासत का प्रतिबिंब दर्शाया जाएगा, जोकि कानपुर के विख्यात जे.के. मंदिर से प्रेरित होगा।
उत्तर प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी कानपुर चमड़ा, वस्त्र तथा रक्षा उत्पादन उद्योग का एक विशाल हब है। इसके साथ ही यह ऐतिहासिक तीर्थस्थलों और विभिन्न प्रमुख संस्थानों का शहर भी होने के कारण यहां बड़ी संख्या में हवाई यात्रियों की आवाजाही होती है। वर्तमान में कानपुर हवाई अड्डा दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गोरखपुर जैसे चार शहरों से सीधे तौर पर जुड़ा है।