नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि सरकार राजनीतिक विरोधियों के साथ प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है और इसी का परिणाम है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय(ईडी)ने सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया है तथा सरकार के दबाव में उन्हें पूछताछ के लिए अपने दफ्तर बुलाया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने देश में भय और डर का माहौल पैदा कर दिया है और अपने राजनीतिक विरोधियों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन कांग्रेस इनके डराने धमकाने से दबने वाली नहीं है।
श्री गहलोत ने कहा किभाजपा सरकार किसी की मान मर्यादा का ध्यान नहीं रखती है। एक महिला को अगर पूछताछ के लिए बुलाया है तो उसे से सम्मानपूर्वक बुलाया जाना चाहिए था लेकिन इस सरकार के लिए सम्मान का कोई मतलब नहीं है। देश में भय का माहौल है और गांधी परिवार को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। श्रीमती गांधी के खिलाफ लगाए गए मामले को देखते हुए उनसे अगर पूछताछ करनी थी तो घर में पूछताछ की जा सकती थी लेकिन ईडी, केन्द्रीय जांच ब्यूरो और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों पर दबाव डालकर विरोधी पक्ष के नेताओं को चुन- चुन कर निशाना बनाया जा रहा है जो असंवैधानिक और गैर कानूनी है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार ईडी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इसी मसमले में बुलाया और 50 घंटे से अधिक समय तक उनसे पूछताछ की। यह पूरे देश ने देखा की उन्हें किस तरह से परेशान किया गया और अब श्रीमती गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है ।एक महिला को जो इस पूछताछ में जो सम्मान दिया जाना चाहिए था उसका ख्याल नहीं रखा गया है।