नई दिल्ली, ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दो टूक जवाब दिया है कि जिसे शिकायत है वो सुप्रीम कोर्ट जाए। चुनाव आयोग ने साफ किया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने साफ किया है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब वीवीपीएटी स्लिप्स की गिनती का सवाल ही नहीं उठता। चुनाव आयोग अब इस पर कुछ नहीं करेगा। आयोग ने शिकायत करने वालों को अदालत में इलेक्शन पेटिशन दायर करने का सुझाव दिया है।
आयोग का कहना है कि वीवीपीएटी स्लिप्स पूरी तरह सुरक्षित ढंग से संभाल कर रखी गई हैं। अब केवल अदालत के आदेश पर ही उनकी गिनती संभव हो सकती है। चुनाव आयोग का कहना है कि वे चुनाव प्रक्रिया पूरी होने की विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप चुके हैं। गौरतलब है कि पांच राज्यों में आए चुनावी नतीजों के बाद कई राजनीतिक दलों ने ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि नतीजों में हेरफेर हुआ है। मायावती ने भी बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लोकतंत्र की हत्या तक करार दिया और इस बात को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत तक कर दी। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन के पीछे की वजह ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप के खाते में आने वाले लगभग 20 से 25 प्रतिशत वोट संभवतः शिअद-भाजपा गठबंधन को चले गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि आप को महज 20 सीटें मिलना समझ से परे है और यह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है क्योंकि विभिन्न राजनीतिक पंडितों ने पार्टी के लिए भारी जीत की भविष्यवाणी की थी।