चटगांव, भारत ने ईशान किशन (210) के विस्फोटक दोहरे शतक और विराट कोहली (113) के शानदार शतक की बदौलत बंगलादेश के सामने तीसरे एकदिवसीय मैच में शनिवार को 410 रन का विशाल लक्ष्य रखा।
किशन ने अपने एकदिवसीय करियर का पहला शतक और पहला दोहरा शतक जड़ते हुए 131 गेंदों पर 24 चौकों और 10 छक्कों के साथ 210 रन बनाये। कोहली ने उनका साथ दिया और 91 गेंदों पर 11 चौकों और दो छक्कों के साथ 113 रन की पारी खेली। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिये 290 रन की साझेदारी हुई जिसने बंगलादेशी गेंदबाजों को पस्त कर दिया।
बंगलादेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन कुछ देर बाद ही यह फैसला उन पर भारी पड़ गया। शिखर धवन के तीन रन के मामूली स्कोर पर आउट करने के बाद किशन-कोहली की जोड़ी ने मोर्चा संभाल लिया। कोहली ने जहां संयम और सूझ-बूझ के साथ बल्लेबाजी की, वहीं किशन ने विकेट पर कदम जमाने के बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। पारी के 23वें ओवर में अपना शतक पूरा करने के बाद भी किशन रुके नहीं और विस्फोटक रूप से बल्लेबाजी करना जारी रखा।
किशन ने अपना शतक 88 गेंदों पर पूरा किया, जबकि उनके अगले 100 रन सिर्फ 38 गेंदों पर आये। किशन 126 गेंदों पर 200 रन पूरे करके वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जमाने वाले खिलाड़ी बन गये। इससे पहले क्रिस गेल ने 2015 में 138 गेंदों पर दोहरा शतक बनाया था।
इसके साथ ही किशन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले सातवें बल्लेबाज भी बन गये। किशन के अलावा इस प्रारूप में रोहित शर्मा ने तीन, जबकि सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गेल, फखर ज़मान और मार्टिन गप्टिल ने एक-एक दोहरा शतक जड़ा है।
किशन के 210 रन पर आउट होने के बाद कोहली ने भी अपना 44वां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया। उन्होंने खेल के इस प्रारूप में 40 माह बाद सैकड़ा जमाया है, जबकि उनका पिछला वनडे शतक अगस्त 2019 में आया था। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोहली का 72वां सैकड़ा है और वह सर्वाधिक शतक बनाने के मामले में अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर (100) से पीछे हैं।
बंगलादेश ने हालांकि आखिरी 10 ओवरों में कुछ विकेट निकालकर मैच को अपनी ओवर खींचना शुरू किया। किशन-कोहली के आउट होने के बाद बंगलादेश ने श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल और शार्दुल ठाकुर को दहाई का आंकड़ा नहीं छूने दिया। इसके अलावा अक्षर पटेल ने 17 गेंदों पर 20 रन बनाये, जबकि वाशिंगटन सुंदर ने 27 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाकर 37 रन बनाते हुए भारत को 409 रन के स्कोर तक पहुंचाया।