लखनऊ , उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) पर्वतीय प्रदेश की सभी 70 सीटों पर किस्मत आजमायेगी।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजेन्द्र चौधरी ने रूद्रपुर में रविवार को उत्तराखंड की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का स्पष्ट लक्ष्य है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चुनाव की तैयारी चल रही है, प्रत्याशियों के आवेदन लिए जा रहे हैं। प्रत्याशी का अंतिम निर्णय श्री अखिलेश यादव करेंगे।
उन्होने कहा कि उत्तराखंड में दो दशकों की राज्य सरकार ने जन आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य नहीं किया है। निर्वाचित सरकारों ने जनता में निराशा पैदा की है। उत्तराखंड का विकास ठप्प है। पलायन का स्थाई समाधान नही हो रहा है। प्रदेश में गरीबी बढ़ती जा रही है। किसान-छोटे व्यापारी त्रस्त हैं। प्रदेश सरकार द्वारा नौकरी और रोजगार सृजन के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। सिर्फ विज्ञापनों से भ्रम फैलाया जा रहा है। पांच साल में भाजपा के तीन मुख्यमंत्री बन चुके। वे सरकार चलाने में असफल हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बनेगी तभी राज्य का विकास होगा। लेकिन पिछले पांच वर्षों में डबल इंजन का पता ही नही चला। यह शिपयार्ड में है या जंग खा चुका है। उत्तराखंड में गांव के गांव खाली हो रहे हैं। पलायन का यह शर्मनाक स्वरूप है। सपा का मानना है कि आर्थिक नीतियां जनसापेक्ष होने पर ही सरकार सफल हो सकती है। लूट खसोट और हवा हवाई बात करने से जनता में सिर्फ निराशा फैली है।
उत्तराखंड में समाजवादी पार्टी जनता के सामने विकल्प बने इस दिशा में प्रयास हो रहा है। संगठनात्मक और बूथ स्तर पर सपा की मजबूती के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में राजनैतिक कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उत्तराखंड में 2022 में समाजवादी सरकार बनाने और प्रदेश स्तरीय कार्यशाला कराने का प्रस्ताव पारित हुआ।