रूद्रपुर, कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की जनसभा में आज गोलीबारी होने से वह बाल-बाल बच गये। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने इस घटना को आर्य और उनके पुत्र पर जानलेवा हमले की साजिश बताते हुए इसे मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से बदले की भावना से कार्य करने का प्रमाण कहा।
उधमसिंह नगर के जिलाधिकारी चंद्रेश यादव ने बताया कि नामांकन दाखिल किये जाने के बाद आर्य की जनसभा में मौजूद कुलविंदर सिंह किन्दा और पोंटी चड्डा हत्याकाण्ड के चर्चित सुखदेव नामधारी के समर्थकों में संघर्ष हो गया जिससे वहां भगदड़ मच गयी। लोग दहशत से इधर उधर भागे जिससे जनसभा की कुर्सियां इधर उधर बिखर गईं। उन्होंने कहा कि इस हिंसक संघर्ष में आर्य के कुछ समर्थकों को मामूली चोटें आयीं लेकिन कोई गंभीर रूप से हताहत नहीं हुआ ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों पक्षो के बीच कई राउंड फायरिंग हुई और भाजपा प्रत्याशी यशपाल आर्य तथा उनके पुत्र संजीव बाल बाल बच गये। जबकि उनके कई समर्थक घायल हो गए।
उधर, यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के इशारे पर उनकी हत्या की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जान से मारने की साजिश की जा रही है। मेरे उपर न केवल फायरिग की गई बल्कि मेरी गाड़ी पर भी पथराव किया गया।’’ उन्होंने पुलिस से अपने पुत्र की जान की हिफाजत की भी गुहार लगाई। संजीव आर्य नैनीताल से भाजपा के प्रत्याशी हैं ।
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी यादव ने यह भी कहा कि भाजपा प्रत्याशी ने केवल रोड शो की अनुमति ली थी और उनके द्वारा जनसभा की कोई अनुमति नहीं ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की जाँच की जा रही है और आचार संहिता के उल्लंघन का मामला पाये जाने पर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी ।