लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र में कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत को लेकर विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को जमकर हंगामा किया। इस दौरान सरकार की तरफ से कहा गया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। इसमें कोई हीलाहवाली नहीं होगी। विधानसभा में गुरुवार को कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने आईएएस अनुराग अनुराग तिवारी की संदिग्ध मौत का मामला उठाया। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने इसे हत्या का मामला कहा।
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सपा ने इस मुद्दे पर सदन से बर्हिगमन की धमकी भी दी। सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मामले की गंभीरता देखते हुए चार डॉक्टरों के पैनल से अधिकारी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। जांच जारी है। इस मामले में कोई हीलाहवाली नहीं होगी। खन्ना ने कहा कि आईएएस अनुराग तिवारी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि वह कर्नाटक सरकार में हजारों करोड़ के घोटाले में खुलासा करने वाले थे, इसलिए उनकी हत्या की गई है।
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उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो रही है। उनका विसरा सुरक्षित कराया गया है। उधर विधान परिषद में भी आज सपा सदस्यों ने आईएएस अनुराग तिवारी की मौत पर हंगामा किया। सपा सदस्यों का कहना है कि अधिकारी की हत्या हुई है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। गौरतलब है कि आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की बुधवार को राजधानी में संदिग्ध मौत हो गई थी। उनका शव मीराबाई मार्ग स्थित राज्य अतिथि गृह के पास पाया गया था। अनुराग तिवारी उप्र के बहराइच जिले के रहने वाले थे। आज बहराइच में ही उनका अंतिम संस्कार होगा।
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