चेन्नई, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की प्रमुख जे. जयललिता की पार्थिव देह को उनके राजनैतिक गुरु कहे जाने वाले एमजी रामचंद्रन की समाधि के पास ही दफना दिया गया. उनकी करीबी सहयोगी रहीं शशिकला ने अंत्येष्टि की सभी रस्में पूरी कीं.
इससे पहले,लोगों के अंतिम दर्शन के लिए जयललिता के पार्थिव शरीर को राजाजी हॉल में रखा गया, जहां हजारों समर्थक अपनी ‘पुराची थलैवी अम्मा’ (क्रांतिकारी नेता अम्मा) को अंतिम विदाई देने के लिए कतार में खड़े रहे. जयललिता की पसंदीदा हरे रंग की साड़ी में लिपटा हुआ उनका पार्थिव शरीर शीशे के बक्से में रखा गया. यह बक्सा राजाजी हॉल की सीढ़ियों पर रखा गया और सेना के चार जवानों ने उसे राष्ट्रीय ध्वज से ढक दिया. राज्य के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और उनके सहयोगी मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, सांसदों, विधायकों तथा राज्य के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने दिवंगत मुख्यमंत्री को सबसे पहले श्रद्धांजलि दी. जयललिता की अंतिम यात्रा राजाजी हॉल से शुरू होकर मरीना बीच तक पहुंची थी, और पूरी यात्रा के दौरान सैकड़ों लोग उस वाहन के साथ-साथ चलते रहे, जिसमें जयललिता को मरीना बीच ले जाया जा रहा था.
जयललिता का चेन्नई के अपोलो अस्पताल में सोमवार रात निधन हो गया था. वह 68 वर्ष की थीं और पिछले करीब 3 माह से अस्पताल में भर्ती थीं. उनके निधन पर केंद्र सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है, जहां देशभर की सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. तमिलनाडु में स्कूल और कॉलेज तीन दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं और 6 दिसंबर से सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.वहीं सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश की घोषणा की गई है. इस बीच, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मुख्यमंत्री, यूपी अखिलेश यादव ने चेन्नई पहुंचकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई फिल्म जगत की शख्सियतों ने भी शोक प्रकट किया।