लॉस एंजिलिस, ऑस्कर समारोह में बेहद मजबूत दावेदार मानी जा रही फिल्म ला ला लैंड को पछाड़कर मूनलाइट ने बेस्ट पिक्चर का पुरस्कार जीत लिया। इससे पहले पुरस्कार की घोषणा में हैरान कर देने वाली गड़बड़ी सामने आई थी। ला ला लैंड को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री की श्रेणी समेत कुल छह ट्रॉफियां मिली हैं लेकिन वॉरेन बीटी और फाय डनवे ने गलती से इसी फिल्म को बेस्ट पिक्चर भी घोषित कर दिया। हालांकि विजेता भाषण के बीच संगीतमय फिल्म के निर्माताओं को पता चला कि कहीं कुछ गड़बड़ी है और तब जॉर्डन होरेविट्ज ने घोषणा की कि असल में यह पुरस्कार मूनलाइट को जाता है।
कई लोगों को उनकी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ लेकिन उन्होंने यह साफ किया कि वह मजाक नहीं कर रहे। उन्होंने दर्शकों को वह कार्ड भी दिखाया जिस पर मूनलाइट लिखा हुआ था। हैरान परेशान बीटी ने बाद में स्पष्टीकरण देते हुए कहा, मैं आपको बताता हूं कि दरअसल हुआ क्या था। मैंने लिफाफा खोला जिसमें एमा स्टोन, ला ला लैंड लिखा था। इसलिए मैंने फाय और आपकी ओर गहराई से देखा। मैं मजाक करने की कोशिश नहीं कर रहा था। होस्ट जिम्मी किम्मेल ने मजाकिया अंदाज में कहा, मुझे नहीं पता क्या हुआ। लेकिन इसका दोष मैं खुद को देता हूं। उन्होंने कहा, याद रखिए यह महज एक अवॉर्ड शो है।
मेरा मतलब है कि हमें लोगों को निराशा होते देखने से नफरत है लेकिन अच्छी बात यह है कि हमें कुछ और भाषण सुनने को मिलेंगे। फिल्म मूनलाइट तारेल अल्विन मेकक्रेनी के आत्मकथात्मक नाटक इन मूनलाइट ब्लैक बॉयज लुक ब्लू पर आधारित है। यह एक छोटे बजट की फिल्म है। मूनलाइट की आलोचकों ने भी प्रशंसा की है। इस फिल्म को गोल्डन ग्लोब में भी बेस्ट पिक्चर का पुरस्कार मिला है। अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ पटकथा और बेस्ट पिक्चर श्रेणी में एक साथ नामित होने वाले पहले अश्वेत जेनकिन ने इतिहास रच दिया है।