नई दिल्ली, भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कतर मुद्दे पर शनिवार को जानकारी देते हुए कहा कि भारत इन देशों के नियमित संपर्क में है और खाड़ी देशों ने भारतीयों के कुशल होने का भरोसा दिलाया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम खाड़ी क्षेत्र के उभरते हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारा मानना है कि सभी पक्षों को अपने मतभेद सकारात्मक बातचीत के जरिए सुलझाने चाहिए। शांति के माहौल में होने वाली यह बातचीत अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के मुताबिक होनी चाहिए।
इसमें एक-दूसरे को सम्मान और सार्वभौमिकता का ख्याल रखा जाना चाहिए। दूसरे के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए। भारत का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, चरमपंथी हिंसा और धार्मिक असहिष्णुता ना सिर्फ क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा है बल्कि यह दुनिया भर की शांति और व्यवस्था के लिए भी खतरा है।
इसका सभी देशों को मिलकर तालमेल के साथ और व्यापक तरीके से मुकाबला करना चाहिए। बयान के मुताबिक, इस क्षेत्र में रहने वाले भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे मदद की जरूरत होने पर भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें और उभरते हालात के प्रति सजग रहें। हाल ही में सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों ने कतर पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए, जिसके बाद तुर्की ने कतर के समर्थन में सेना भेजने की पेशकश की। इससे वहां तनाव और बढ़ गया है।