मायावती से राखी बांधने की गुजारिश की, वरिष्ठ पत्रकार नवेद शिकोह ने बहन मायावती जी, रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ मेरी हार्दिक इच्छा है कि आप मुझे राखी बाँधे। आप देश- दुनियाँ की पहली ऐसी महिला हैं जिन्हें हर कोई बहन जी कहता है। करोड़ों लोगो की बहन जिसकी भी कलाई पर राखी बाँध देती होगी वो कितना खुशनसीब होता होगा। राखी किसी भाई के लिये अपनी बहन की रक्षा के संकल्प का प्रतीक होती है। आपसे राखी बंधवाने की इच्छा कोई आम इन्सान व्यक्त करे तो इसका मतलब ये कि वो विधिवत आपकी रक्षा-सुरक्षा और सम्मान का संकल्प लेना चाहता है।आम इन्सान यदि लाखो-करोड़ों देश-प्रदेशवासियो की बहन और कम से कम उत्तर प्रदेश की सबसे ताकतवर महिला की रक्षा का संकल्प लेने की कल्पना मात्र भी करे तो इसे छोटा मुँह बड़ी बात भी कह सकते है। हाँलाकि आप ने जिस “बड़े” को राखी बाँधी थी उन्होंने अपना संकल्प नही निभाना। माजी (अतीत) से लेकर हालिया घटना की गुस्ताकी से ये जाहिर हो चुका है कि भाजपा के साथ रक्षा बंधन हो या सियासी गठबंधन, भरोसे का कोई भी रिश्ता निभ नही सकता। क्योंकि आपका कार्यक्षेत्र राजनीति है इसलिये हम लोग सियासत से जुड़ी आपकी खबरों की खबर ही रखते हैं। बरसो पहले यूपी भाजपा के एक कद्दावर नेता को आप राखी बाँधती थी। सियासी हलचलो..सिरासी रिश्तों और सियासी दोस्ती-दुश्मनी के इतिहास मे आप भाजपा के साथ कई बार हमदर्दियाँ करती रही है। यही सब कारण है कि लोग कहते रहे हैं कि भाजपा के साथ आपका रक्षाबंधन का रिश्ता है। खैर, कहने का सिर्फ इतना मतलब है कि प्रदेश की जनता आपसे उम्मीद करती है कि आप अब आजमाये को आजमाने का रिस्क नही लेँगी। भले ही करोड़ों लोग आपको बहन जी कहते हो पर आप एक खास और एक आम इन्सान को राखी बाँधने की औपचारिकता जरूर निभायेँ। मेरी कलाई पर आप राखी इसलिये बाँधे क्योंकि मैने आपसे राखी बंधवानी की दिली ख्वाहिश जाहिर की है। आपकी पार्टी (बसपा) का एजेंडा भी आम इन्सान को सम्मान देना है। जहाँ तक एक खास इन्सान को राखी बाँधने की सलाह है तो मेरी गुजारिश है कि आप मुलायम सिंह यादव जी को राखी बाँधकर एक मिसाल कायम कर राखी के ऐतिहासिक महत्त्व को और भी महत्वपूर्ण बना दे। आपके सियासी विरोधी तो बहुत है पर मुलायम सिंह जी आपके राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद आपको मन से अपनी छोटी बहन मानते है। ये बात मुझे क्यों प्रतीत हुई? दरअसल ये बात दुनिया जानते है कि पूरा उत्तर प्रदेश-हर देशवासी और सारी दुनिया आपको बहन जी कहती है। मुलायम सिंह जी के सुपुत्र और उत्तम प्रदेश के हर दिल अजीज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही ऐसे पहले शख्स हैं जो आपको बहन जी के बजाए ” बुआ जी ” कहते हैं। अब आप अंदाजा लगाइये कि मुलायम सिंह जी के मन मे आपको बहन मानने की किसकद्र शिद्दत होगी ! जरूर यही वजह होगी कि अखिलेश यादव जी आपको औरों की तरह बहन जी न कहकर हमेशाँ “बुआ जी” ही कहते है और बुआ जैसा सम्मान देते है.. आदर करते है। बहन जी मैं तर्को के साथ जो दूसरी बात रखने जा रहा हूँ उसे बेमौजू और प्रायोजित मत मानयेगा। क्योंकि प्रायोजित बाते तर्कपूर्ण नहीं होतीं। मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने से पहले शपथ लेना भी रक्षा बंधन ही है। इस अनुष्ठान/परम्परा के अन्तर्गत मुख्यमंत्री तमाम कसमो के साथ प्रदेशवासियो की रक्षा-सुरक्षा और सम्मान का भी संकल्प लिया जायेगा। आप की सरकार (बसपा सरकार) की कानून व्यवस्था की लोग तारीफ करते है इस बात मे कोई शक नही। सबसे बड़ी विरोधी पार्टी की मुखिया होने के नाते आप मौजूदा अखिलेश सरकार की कमियों का बखान करें तो इसमे भी कतई तौर पर कोई बुराई नहीं। पर आपने उत्तर प्रदेश मे अपराध की इक्का-दुक्का घटनाओ पर जब सपा सरकार के इस्तीफे की बात कही तो बड़ा हास्यास्पद लगा बहन जी। आप क्या भूल गयी कि आपके शासनकाल में दिन दहाड़े चार सीएमओ की हत्याओं/ संदिग्ध मौतो से पूरा प्रदेश काँप गया था। पिछली बसपा सरकार मे ही आपके जन्मदिन के लिए वसूली में इंजीनियर मनोज गुप्ता की हत्या हुयी। आपके ही शाशनकाल मे जेल में IAS अधिकारियों की हत्या हुयी। बसपा विधायक ने घर की नौकरानी का रेप करके नारी सम्मान की कितनी बड़ी बानगी पेश की थी ! इस तरह की आपराधिक घटनाये जो आपकी सरकार में आम थी। ऐसे में आपने प्रदेश की कानून व्यवस्था को नहीं संभाल पाने के कारण इस्तीफा क्यों नही दिया था ? तो फिर अखिलेश सरकार मे इक्का-दुक्का घटनाओं को कुरेद कर आप किस मुँह से अब इस्तीफा माँग रही हैं। खैर छोड़िये, रक्षाबंधन के खुशी के इस पर्व पर न जाने ये बाते कहाँ से निकल आयी। अच्छा बहन जी एक बार पुनः रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ-बधाई । मुझे आपकी राखी का बेसब्री से इन्तजार रहेगा। आपका भाई जय भीम-जय लोहिया – नवेद शिकोह Navedshikoh84@gmail.com 08090180245 |