नई दिल्ली, घुटने के आपरेशन के कारण रियो ओलंपिक से बाहर रहे पारूपल्ली कश्यप अब फिट होकर भारतीय टीम में अपनी जगह फिर से पाने के लिये मेहनत कर रहे हैं और उनकी नजरें 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में खिताब बरकरार रखने पर है। कोहली को पिछले साल जर्मन ओपन में चोट लगी थी जिससे दूसरा ओलंपिक खेलने का उनका सपना टूट गया।
इंडिया सुपर सीरिज के दौरान उन्हें पता चला कि वह समय पर ठीक नहीं हो सकेंगे और चार मई की समय सीमा से पहले अपनी रैंकिंग में सुधार नहीं होने के कारण दूसरा ओलंपिक खेलने का उनका सपना टूट जायेगा। घुटने की चोट से उबरने के बाद जनवरी में प्रीमियर बैडमिंटन लीग के दौरान उनके कंधे में चोट लगी। अब वह पूरी तरह से फिट हैं लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में जगह पाने के लिये उन्हें अच्छे रैंकिंग अंक चाहिये। उन्होंने कहा, मेरे लिये यह कठिन समय था।
पहले घुटने की चोट से ओलंपिक खेलने का मेरा सपना टूटा और फिर कंधे में चोट लगी। अब मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं और चाइना मास्टर्स ग्रां प्री गोल्ड में अपने प्रदर्शन से खुश हूं। उन्होंने कहा, ज्यादा खेलकर मेरा प्रदर्शन बेहतर होगा। यह चार महीने में मेरा पहला टूर्नामेंट था और अब मुझे राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में चयन के लिये अपनी रैंकिंग में सुधार करना है। मैं राष्ट्रमंडल खेलों में अपना खिताब बरकरार रखना चाहता हूं। यह मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं।