लखनऊ , बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती के आरोपों का जवाब देते हुए पार्टी से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज कहा कि फोन टेप और ब्लैकमेल करना मायावती ने ही सिखाया है और अब वह उनके दांव को उन्हीं पर लगा रहे हैं। सिद्दीकी ने आज दूसरे दिन लगातार मायावती और पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र पर गम्भीर आरोप लगाये।
राजनीति उनकी खत्म हो गई, जो मायावती के बंधुआ मजदूर बने रहे-स्वामी प्रसाद मौर्य
उनका कहना था कि कल पहली बार मीडिया के साथ मायावती बड़ी शालीनता से बात करती दिखाई पड़ीं। वरना प्रेस कांफ्रेंस बीच में छोड़ कर चली जाती थीं। कांसीराम का नाम लेकर कह रही थीं कि बसपा संस्थापक ने कहा था कि नसीम ठीक आदमी नहीं है। तो फिर मुझे लगातार आगे क्यों बढ़ाती गयीं। सच यह है कि जिस व्यक्ति को कांसीराम ने कहा था ये आदमी मिशन को बर्बाद कर देगा उन सतीश चन्द्र मिश्रा की तारीफ़ में तो कल मायावती कसीदे पढ़ रही थीं।
सीएम योगी के साथ दिखे, हत्यारोपी अमनमणि त्रिपाठी, क्या अब बीजेपी के लिये दाग अच्छे हैं ?
उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती ने मेंबरशिप के नाम पर हजारों लोगों की जिंदगी उजाड़ दी। लोग एफीडेविट देकर यह बात कहने को तैयार बैठे हैं। एक और बात जो वो कहती हैं कि मुसलमान उन्हें बहुत मानता है, तो मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से नगरपालिका का चुनाव लड़कर दिखाएं। उनको अपनी हैसियत पता चल जायेगी। एक सवाल के जवाब में नसीमुद्दीन ने कहा कि बसपा बर्बादी के कगार पर खड़ी है। बसपा अध्यक्ष्र के कभी सबसे खास रहे सिद्दीकी ने कहा कि मायावती मानवता के नाम पर कलंक हैं।
तीन तलाक पर बीजेपी के मंत्री का विवादित बयान- मुस्लिम,अपनी हवस पूरी करते हैं और..
योगी ने डिंपल यादव समेत कर्इ दिग्गज नेताआें की सुरक्षा हटार्इ
उन्होंने पत्रकारों को कल की तरह एक टेप भी सुनाया जिसमें उन्हें चन्दे की रसीदें मय पैसे सहित जमा करने की बात कही गयी थी। मायावती ने कल उन पर फोन टेप करने का आरोप लगाते हुए ब्लैकमेलर करार दिया था। उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष ने कांशीराम के मिशन को रसातल में पहुंचा दिया है। मिशन को चलाने वाले हजारों लोगों को उन्होंने पार्टी से निकाल दिया और स्वामी प्रसाद मौर्य तथा बृजेश पाठक समेत कई लोग प्रताडित होकर खुद ही पार्टी से निकल गये।
बीजेपी सांसद के नंगे नाच की कहानी, सुनिये पुलिस कप्तान की पत्नी की जबानी
उन्होंने चुटकी ली कि मायावती द्वारा सिखाया गया फोन टेपिंग उन्हें के ऊपर इस्तेमाल कर दिया। उन्होंने यह सब अपने बीबी बच्चों और खुद को बचाने के लिए किया। मायावती मेरी और मेरे बीबी बच्चों की संपत्ति छीनकर उन्हें अपनी आदत के अनुसार जेल भेजना चाहती थीं।उन्होंने कहा कि उन्होंने मायावती से बड़ा कोई ब्लैकमेलर पूरी दुनिया में नहीं देखा। अपनी जान का खतरा बताते हुए सिद्दीकी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगायी।
शहीद कैप्टन आयुष यादव के पिता ने केंद्र सरकार से पूछा-“आखिर कब तक ऐसे ही सैनिक मरवाते रहोगे?
नसीमुद्दीन ने कहा कि जब मुझे पार्टी से निकाला तो न मुझ पर सदस्यता का पैसा खाने का आरोप लगाया और न तो टेपिंग ब्लैकमेल का। उसी टेप में जब मैंने कहा कि मेरे पास कोई पैसा नहीं है तो मायावती ने कहा कि आप की बात अलहदा है।
जवान ने मांगी दाल-रोटी, मोदी सरकार ने छीन ली रोजी-रोटी
ये क्या किया किसानों ने,पिया मूत्र, दी मल खाने की चेतावनी