उत्तर प्रदेश के होम्योपैथी मेडिकल कालेजों में शिक्षकों के अनुभव प्रमाणपत्र को लेकर सतर्कता जांच कराने की मांग कर रहे सपा सदस्यों ने आज विधानसभा से बहिर्गमन किया। प्रश्नकाल के दौरान सपा के उज्ज्वल रमण सिंह ने सरकार से जानना चाहा कि क्या वह होम्योपैथी मेडिकल कालेजों में 2000 से 2017 के बीच तैनात शिक्षकों के अनुभव प्रमाणपत्र को लेकर सतर्कता जांच कराएगी।
जवाब में आयुष मंत्री धरम सिंह सैनी ने कहा कि इस संबंध में पूर्व में जांच हो चुकी है। सतर्कता जांच की आवश्यकता नहीं है। नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि जब सरकार हर मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर रही है तब वह इस मामले में सतर्कता जांच से क्यों बच रही है।
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संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जो मामले अन्य राज्यों से संबद्ध होते हैं, वहां सीबीआई जांच की सिफारिश की जाती है। इस मामले में सतर्कता जांच की आवश्यकता नहीं है। सपा सदस्यों का आरोप था कि शिक्षकों ने फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र दिये हैं। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये।