कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण एक तरफ जीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो दूसरी तरफ कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कुछ जगहों को छोड़कर बाकी हिस्सा पानी में डूब गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी इसके लिए कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदार ठहरा रही है।
टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर सड़क, पार्किंग, पंप हाउस अपरन से एटीसी जाने वाले मार्ग सहित रनवे के चारों तरफ पानी भरा है। रनवे के पश्चिमी हिस्से पर पानी चढ़ गया है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पोकलेन मशीन की मदद से सड़क तोड़वा कर जलनिकासी कराने में जुटे हैं।
इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। एयरपोर्ट की चहारदीवारी तक प्रदेश सरकार ने फोरलेन सड़क व दोनों तरफ आरसीसी नाले का निर्माण करा दिया था। चहारदीवारी के अंदर से लेकर टर्मिनल बिल्डिंग तक 2350 किमी फोरलेन सड़क व दोनों तरफ नाले का निर्माण एयरपोर्ट अथॉरिटी के जिम्मे था। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पीडब्ल्यूडी से आगणन तैयार कराया। उसके बाद तत्कालीन एयरपोर्ट डायरेक्टर ए के द्विवेदी ने डीएम एस राजलिंगम के समक्ष तत्कालीन पीडब्ल्यूडी एक्सईएन हेमराज सिंह को 33 करोड़ रुपये का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा था।
विभाग ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए निर्माण कार्य आरंभ करा दियाए लेकिन एकमुश्त रकम देने के बावजूद काम में तेजी नहीं आई। काम में तेजी लाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने कई बार पीडब्ल्यूडी के संबंधित अधिकारियों से कहते रहे, फिर भी लापरवाही हुई।
एयरपोर्ट से उड़ान पांच दिनों से स्थगित है। शनिवार को फ्लाइट आने वाली थी लेकिन वह भी अगले पांच दिन के स्थगित कर दी गई। इससे एयरपोर्ट अथॉरिटी व कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गई है।