चेन्नई, भारतीय ग्रैंडमास्टर कृष्णन शशिकिरण ने दस दौर में 6.5 अंक हासिल करके क्यूबा के वरडेरो में आयोजित कापाब्लांका मेमोरियल शतरंज टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। वह यह टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। शशिकिरण ने दसवें और अंतिम दौर में क्यूबा के इसान रेनाडलो ओरिट्ज सुआरेज के साथ ड्रा खेला और अपने अंकों की संख्या 6.5 पर पहुंचायी जो खिताब जीतने के लिये पर्याप्त थी।
उक्रेन के शीर्ष वरीयता प्राप्त वेस्ली इवानचुक भी खिताब की दौड़ में थे लेकिन वह आखिर में 5.5 अंक ही बना पाये। भारतीय खिलाड़ी ने इवानचुक के खिलाफ अपनी दोनों बाजियां ड्रा खेली तथा इस डबल राउंड रोबिन टूर्नामेंट में अमेरिका के सैमुअल शांकलैंड, पोलैंड के कैस्पर पियोरन और पेरू के इमिलियो कोरडोवा के खिलाफ एक-एक बाजी जीती। वह टूर्नामेंट में अजेय रहे। उन्होंने तीन जीत दर्ज की और सात बाजियां ड्रा करायी।
छत्तीस वर्षीय शशिकिरण ने आखिरी दौर से पहले टूर्नामेंट के छह बार के विजेता इवानचुक पर आधा अंक की बढ़त बना रखी थी। उक्रेन का दिग्गज खिलाड़ी अपनी आखिरी बाजी शांकलैंड से हार गया और इसलिए शशिकिरण ने भी जीत के लिये कोशिश नहीं की। इवानचुक और शांकलैंड दोनों के समान 5.5 अंक रहे और दूसरे स्थान पर रहे। कापाब्लांका मेमोरियल क्यूबा का सबसे पुराना टूर्नामेंट है। इसे पूर्व विश्व चौंपियन जोस राउल कापाब्लांका के नाम पर रखा गया है।