केंद्रीय टीमों ने बाढ़ प्रभावित 12 राज्यों का किया दौरा….
August 28, 2019
नयी दिल्ली, देश में आठ अगस्त के बाद हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ एवं भूस्खलन से प्रभावित 12 राज्यों में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अलग-अलग केंद्रीय टीमों ने संबंधित राज्यों का दौरा किया है।
केंद्र सरकार के एक विशेषज्ञ दल के सदस्यों ने कर्नाटक के कोडागु जिले में इस माह के पहले और दूसरे सप्ताह में आयी भीषण बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए मंगलवार को जिले का दौरा किया तथा जिला प्रशासन से जानकारियां एकत्र की। विशेषज्ञ दल ने उपायुक्त एनीस कनमनी जॉय, जिला पंचायत की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के लक्ष्मी प्रिया, जिला प्रभारी सचिव अंबु कुमार और अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उपायुक्त ने दल को जानकारी दी कि प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक कोडागु में लगभग 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
लगभग 1़18 लाख हेक्टेयर जमीन पर खड़ी फसल पानी में डूबकर तबाह हो गयी जिनमें एक लाख हेक्टेयर में कॉफी, 6350 हेक्टेयर में काली मिर्च, इलायची 1806 हेक्टेयर और 380 हेक्टेयर में लगी सब्जियां बर्बाद हो गयीं। जिले में 153 मकान ढह गये और 336 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गये। विशेषज्ञ दल ने लेल्याहुदिकेरी, कराडिगोडु, कुम्बरागुंडी और सिद्दापुरा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सदस्यों ने बाढ़ प्रभावितों की तकलीफें भी सुनी। उसके बाद उन्होंने मकुट्टा रोड का निरीक्षण किया।
दल के सदस्यों में केंद्रीय वित्त विभाग के निदेशक एस मीणा, कृषि सहयोग एवं कृषक कल्याण संयुक्त निदेशक पुन्नुस्वामी और केंद्रीय जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता जितेंद्र पंवार शामिल हैं। इस बीच कांग्रेस नेता एवं वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को जिले के बाढ़ एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्राें का दौरा किया। श्री गांधी बुधवार और गुरुवार को भी जिले के विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
श्री गांधी ने आठ अगस्त को आयी भीषण बाढ़ और उसके बाद हुए भूस्खलन के बाद दूसरी बार इस जिले का दौरा किया है। वह दोपहर में मनंतावाडी पहुंचे और तलापुझा के पास चुंगम स्थित सेंट थॉमस चर्च में बने राहत शिविर का दौरा किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्रियां भी वितरित की।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इसके बाद वालड में बाढ़ प्रभावित इलाकों में गये और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने माखियाड के हिलफेस स्कूल ऑडिटोरियम में आयोजित एक अनौपचारिक कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों से पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण कार्य पर बातचीत की। उन्होंने चोमाडिपोयिल कॉलोनी और मनंतावाडी के पास चेरुपुझा में भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।