नयी दिल्ली, केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेन्द्र कुमार के उस बयान का जोरदार खंडन किया है जिसमें ब्यूरो के अधिकारियों पर केजरीवाल को फंसाने के लिए उन पर दबाव डाले जाने का आरोप लगाया है ।
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौड़ ने आज कहा कि कुमार के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। ब्यूरो ने कहा कि श्री कुमार ने यह आरोप उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल होने के बाद लगाए हैं। ब्यूरो ने कहा कि कुमार को इस मामले में जब न्यायाधीश के सामने पेश किया गया था तो वह शारीरिक रूप से उन्हें परेशान करने के बारे में अपनी बात रख सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। गौड़ ने कहा कि मामला जब न्यायालय में चल रहा है तो ऐसे आरोप सिर्फ मामले को भड़काने के उद्देश्य से लगाए जा रहे हैं ।
केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेन्द्र कुमार ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्त की मांग करते हुए यह आरोप लगाया कि ब्यूरो ने जांच के दौरान केजरीवाल को इस मामले में फंसाने के लिए उन पर दबाव डाला था । ब्यूरो प्रवक्ता ने कहा कि कुमार और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत पूरी जांच-पड़ताल के बाद दिसंबर 2015 में मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज करने से पहले ब्यूरो ने एक साल तक जांच-पड़ताल की थी और तब जाकर तीन दिसंबर 2016 को पटियाला हाउस अदालत में विशेष न्यायाधीश के सामने श्री कुमार और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था । जांच के
दौरान श्री कुमार और अन्य के खिलाफ जुटाये गये साक्ष्यों को अदालत के सामने रखा गया है ।