नयी दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आज कहा कि कोई भी दवा सौ फीसदी सुरक्षित नहीं है और एंटीबायोटिक्स का अंधाधुंध प्रयोग स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय फार्माकोविजिलेंस पीवीपीआई के तहत देश में इस समय 202 हानिकार औषध प्रतिक्रिया निगरानी केंद्र हैं।
कुलस्ते ने इसके साथ ही बताया कि कोई भी दवा सौ फीसदी सुरक्षित नहीं है और सभी दवाओं को जोखिम लाभ मूल्यांकन के आधार पर बेचने की अनुमति होती है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में में बताया कि एंटीबायोटिक्स दवाओं का अंधाधुंध प्रयोग व्यक्ति के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध को भी बढ़ाता है जिससे उन लक्षणों के उपचार के लिए दवाई प्रभावहीन हो जाती है जिसके लिए इसे अनुमोदित किया गया था।