संयुक्त राष्ट्र, यूनीसेफ की सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा ने यौन हिंसा के पीड़ित बच्चों की पीड़ा पर ध्यान दिलाते हुए ऐसे बच्चों के लिए सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया । प्रियंका ने इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा कि कम उम्र में सेक्स करने से किशोरियां अनचाहा गर्भ धारण कर सकती है या एचआईवी से पीड़ित हो सकती है।
दस वर्ष के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपातकालीन फंड भारत की दूत बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका ने इस सप्ताह जिम्बाब्वे का दौरा किया जहां वह यौन हिंसा के पीड़ित बच्चों से मिली और उनकी खौफनाक दास्तां सुनी। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने यौन हिंसा के पीड़ित बच्चों के लिए सहयोग बढ़ाने की वकालत की।
उन्होंने कहा, किसी भी महिला और निश्चित तौर पर किसी भी बच्चे के यौन हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए। खासतौर से उन लोगों द्वारा जिन पर वह अपनी रक्षा करने का भरोसा करते हैं जैसे कि परिवार का कोई सदस्य। प्रियंका सबसे पहले हरारे के दक्षिण में चितंगविजा गई जहां उन्होंने 13 साल की लड़की से मुलाकात की जिसका उसके अंकल ने लगातार बलात्कार किया था और सच ना बताने की धमकी दी थी।
प्रियंका ने कहा, एक समाज के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम हमारे बच्चों की दुनिया के नागरिक के तौर पर देखभाल करे, युवावस्था में ही बच्चों को यह बताए कि किसी का गलत तरीके से छूना सही नहीं है और कम उम्र में सेक्स करने से अनचाहा गर्भ या एचआईवी हो सकता है। यूनीसेफ के अनुसार जिम्बाब्वे में बड़ी संख्या में बच्चे यौन हिंसा के शिकार होते हैं और ताजा आंकड़ों के मुताबिक 15 से 17 उम्र की हर 10 में से एक लड़की यौन हिंसा से पीड़ित है।