नई दिल्ली, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिन गेंदबाज ब्रैड हॉग ने अपनी आत्मकथा द रॉंग वन में एक ऐसा खुलासा किया है, जिसने इस खिलाड़ी की जिंदगी के उस अहम हिस्से को उजागर किया है जिसके बारे में उनके करीबी भी नहीं जानते थे। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के कई पूर्व कई खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी आत्मकथा प्रकाशित की है जिनमें एक बड़ा नाम ऑस्ट्रेलियाई पूर्व लेफ्ट आर्म चाइनामैन ब्रैड हॉग का भी है। हॉग ने अपनी इस किताब द रॉंग वन में कुछ ऐसी बातें लिखी हैं जिनसे आज सारा क्रिकेट जगत सकते में है। हॉग द्वारा लिखी गई इन बातों ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। अपनी इस आत्मकथा में हॉग ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद आत्महत्या करने का मन बना लिया था। हॉग ने कहा कि जब उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा तो वो बिलकुल अकेले हो गए थे जिसके बाद वो डिप्रेशन में चले गए थे। डिप्रेशन में जाने के बाद मैंने काफी शराब पीना शुरू कर दिया था।
अपनी आत्महत्या की कोशिश के बारे में हॉग ने कहा कि मैंने अपनी कार को पोर्ट बीच पर लगाया और एक लम्बी वाल्क पर जाने का मन बनाया, फिर मैं एक समुद्र के किनारे जाकर बैठ गया और ये सोचने लगा कि मैं इसकी तह तक चला जाऊ। मैं उस वक्त ऐसी हालत में था कि मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, मैंने उसी हालत में आत्महत्या करने की भी कोशिश की। साल 2008 में हॉग ने नेशनल टीम से संन्यास ले लिया था। उसके बाद अपनी शादीशुदा जिन्दगी को ठीक करने में लग गये पर कुछ व्यक्तिगत कारणों की वजह से उनका डिप्रेशन काफी बढ़ गया। अपनी इस किताब के एक अध्याय द कोलैप्स में उन्होंने क्रिकेट जगत के अनचाहे संन्यास को लेकर काफी दुखी होने के बारे में भी कहा है, इसके बाद उन्होंने करीब एक साल तक क्रिकेट ना देखने का भी फैसला किया और खुद को क्रिकेट से दूर रखा। कई ऐसे मौके भी आये कि हॉग होटल छोड़कर जंगल झाड़ियों में जाकर सोए। इन सब के बाद साल 2011-12 में उन्होंने घरेलु क्रिकेट में वापसी करते हुए पहले बिग बैश लीग में खेला और इसके बाद तीन महीने बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टी-20 टीम में भी जगह मिली। उन्होंने स्कोर्चर्स के लिए पांच सीजन खेला और 46 विकेट भी हासिल किया। 45 वर्षीय हॉग अब इस साल बिग बैश लीग में मेलबॉर्न रेनेगेड्स की तरफ से खेलेंगे।