नयी दिल्ली, गणतंत्र दिवस समारोह की शुरूआत में जब राजपथ पर 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान शुरू हुआ तब देशभक्ति का मानो ज्वार उमड़ पड़ा।
2281 फील्ड रेजीमेंट की सात केनन ने समन्वित तरीके से तोपों की सलामी दी। इसकी शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई और समापन भी राष्ट्रगान की अंतिम पंक्ति के साथ ही हुआ। 21 तोपों की सलामी की अवधि राष्ट्रगान की अवधि के बराबर ही थी। प्रत्येक तोप को तीन तीन जवानों की एक एक टीम ने संभाल रखा था।
सटीक समय के लिए विशेष घड़ियों का उपयोग किया गया। किसी कारणवश किसी तोप के न चल पाने की स्थिति में जरूरत के लिए अलग से तोप की व्यवस्था भी की गई थी। कुल 52 सेकंड में 21 तोपें दागी गईं। गणतंत्र दिवस के अलावा तोपों का इस्तेमाल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर, 15 जनवरी को सेना दिवस पर, 30 जनवरी को शहीद दिवस पर और राष्ट्रपति भवन में दूसरे देशों के प्रमुखों के स्वागत के लिए किया जाता है।