गर्म हवाएं व बढ़ते तापमान के कारण टैनिंग, सनबर्न आदि से तो त्वचा को आसानी से बचाया जा सकता है लेकिन बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचा पाना बहुत मुश्किल है। खास कर युवतियों में यह इंफेक्शन आम बात हो गई है। ऐसे में इस संक्रमण से परेशान लोग अब त्वचा रोग विशेषज्ञों की सलाह ले रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक टैनिंग से बचने के लिए चुने गए गलत सन स्क्रीन तथा मॉइश्चराइजर से भी त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
अतिरिक्त देखभाल की जरूरत: इसके अलावा इस दौरान त्वचा को ठंडक देने के लिए स्प्रे का सहारा लेना चाहिए। स्प्रे बॉटल में पानी व कुछ बूंदें टी ट्री ऑयल की मिलाकर दिन में कई बार त्वचा पर छिड़काव से बैक्टीरिया का खात्मा किया जा सकता है। इसके अलावा मुल्तानी मिट्टी तथा नीम का लेप भी इसके लिए रामबाण साबित होता है। ब्यूटी एक्सपर्ट नुपुर गुप्ता का कहना है कि इस दौरान फेशियल आदि लेने में भी सावधानी बरतनी चाहिए।
सनस्क्रीन व मॉइस्चराइजर बढ़ा सकते हैं संक्रमण: गर्मियों में त्वचा पर सनस्क्रीन आदि चीजें लगाने से संक्रमण जल्दी होता है। वातावरण में चलने वाली गरम हवाओं में जमा धूल मिट्टी केकण जब त्वचा के संपर्क में आते हैं तो संक्रमण होता है। इसके अलावा त्वचा की तेल ग्रंथियां ज्यादा सक्रिय हो जाती है।
बढ़ रहे हैं संक्रमण के केस: इन दिनों जिस प्रकार के संक्रमण के ज्यादा केस आ रहे हैं उनमें त्वचा के अंदर ऐसे बैक्टीरिया घर कर लेते हैं जो कि त्वचा के परतों के भीतर ही भीतर घूमते रहते हैं तथा जगह जगह पिंपल बना देते हैं। इस तरह से त्वचा को लंबे समय के लिए नुकसान पहुंच सकता है। नमेता के मुताबिक इससे बचाव के लिए त्वचा रोग विशेषज्ञ से स्किन की जांच करवाकर ही सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए।
सावधानियां व सुरक्षा…
धूप व धूल में त्वचा को खुला नहीं छोडनी चाहिए।
धूप में निकलने से पहले त्वचा को स्कार्फ से बांधना चाहिए।
भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, दही तथा नींबू व सलाद अधिक मात्रा में लें।
क्रीम व सनस्क्रीन के अधिक प्रयोग से बचना चाहिए।
संक्रमण हो जाने की अवस्था में पिंपल की जगह पर हाथ कतई नहीं लगाना चाहिए -नीम पैक का उपयोग करना चाहिए।
चाय, कॉफी व अन्य गर्म चीजों से दूर रहना चाहिए मेकअप से दूर रहना चाहिए।