लखनऊ, प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में आये घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सूर्य का ताप कहर बरपा रहा है। चमड़ी झुलसाने वाली गर्मी के बीच झांसी में पारा 49 डिग्री को छू गया है जो वीरंगना नगरी के 1892 से अब तक के इतिहास में सर्वाधिक है। ताज नगरी आगरा 48.6 डिग्री और संगम नगरी प्रयागराज 48.4 डिग्री सेल्सियस के साथ तप रही है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में झांसी राज्य का सबसे गर्म इलाका रहा है जहां अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। झांसी में मौसम विभाग के पास मौजूद 1892 तक के रिकार्ड के अनुसार यह पहली बार है जब वीरंगना नगरी प्रकृति के इस रुप का सामना कर रही है। आगरा में पारा 48.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है जो पिछले 47 साल में सर्वाधिक है। संगम नगरी प्रयागराज में तापमापी में पारा 48.4 डिग्री को छू गया है जो तीन दशकों के बाद सर्वाधिक है वहीं वाराणसी एयरपोर्ट में दिन का तापमान 47.6 डिग्री रिकार्ड किया गया है जिसने पिछले 58 साल के रिकार्ड को तोड़ दिया है। राज्य के अधिसंख्य इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है।
भीषण गर्मी और लू के चलते उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे जरुरी काम से ही घर से बाहर निकलें और निकलने से पहले पर्याप्त मात्रा में पेय पदार्थ का सेवन करें और सिर से पांव तक खुद को ढक कर रहें। गर्मी और लू से मौतों का सिलसिला अब जोर पकड़ रहा है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढोत्तरी दर्ज की जा रही है।
राज्य में भीषण गर्मी के मद्देनजर कक्षा 12 तक के सभी स्कूल कालेज बंद कर दिये गये हैं। चिकित्सकों ने गर्मी से बचाव के लिये खान पान में विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिये हैं। चिकित्सकों की सलाह है कि खाली पेट घर से बाहर न निकलें। घर में बने खाने का प्रयोग करें। तले भुने खाद्य पदार्थ,मीट मछली,शराब आदि के सेवन से बचें और खाने में खीरा ,ककड़ी,खरबूजा और तरबूज का अत्यधिक इस्तेमाल करें। इन फलों के सेवन के कम से कम एक घंटे बाद ही पानी पियें।
गर्मी के कारण राज्य के अलग अलग क्षेत्रों से गर्मी और लू से 12 से अधिक लोगों की मृत्यु की सूचना है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनो तक मौसम में विशेष परिवर्तन के कोई आसार नहीं है हालांकि 31 मई से अगले एक दो दिन तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बूंदाबादी होने का अनुमान है।
मौसम आंचलिक केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक दानिश ने बताया कि तापमान में अचानक आयी तेजी की वजह पश्चिमी हवाओं का चलना है। यह हालात अभी कम से कम दो दिन और रहने की संभावना है। इसके बाद गर्मी से मामूली राहत मिलने का अनुमान है। 31 मई और एक जून को गोरखपुर मंडल के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि आमतौर पर हर साल गर्मी के मौसम में कुछ समय के लिये पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाता था जिससे आंधी पानी के हालात बन जाते थे लेकिन इस साल अब तक ऐसा सिस्टम सक्रिय नहीं हो सका है जिससे तापमान राज्य के अधिसंख्य इलाकों में सामान्य से ऊपर चल रहा है।
इस बीच प्रचंड गर्मी के चलते प्रदेश के अधिसंख्य इलाकों में दिन चढ़ने के साथ सड़कों पर सन्नाटा पसरा देखा जा रहा है। गर्मी के तल्ख तेवरों से विद्युत मांग में भी रिकार्ड बढोत्तरी हुयी है और स्थानीय गडबडियों से बिजली की लुका छिपी भी बढ गयी है। गर्मी के चलते सारा दिन बाजार और माल में सन्नाटा पसरा रहने से व्यवसायिक गतिविधियां भी शिथिल पड़ी हैं।