पणजी, गिनीज बुक में लगभग 40,000 गीत गाने का रिकार्ड दर्ज करा चुके प्रख्यात पाश्र्वगायक एस.पी. बालासुब्रमण्यम ने बताया कि वह अपने गाए गीतों की गिनती भूल चुके हैं। उन्होंने कई भाषाओं की फिल्मों के गाने को अपनी आवाज दी है। उन्होंने यह बात 47वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के उद्घाटन समारोह में संवाददाताओं से कही।
पद्मभूषण से सम्मानित बालासुब्रमण्यम ने कहा कि वह गायक के रूप में अपनी सफलता का श्रेय अपने साथी गीतकारों, संगीत निर्देशकों और अन्य सहयोगियों के देते हैं। बालासुब्रमण्यम से गीतों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मुझे यह ठीक से नहीं पता। यह 40,000 से ज्यादा नहीं है। इसकी संख्या 35,000 और 40,000 के बीच है। बालासुब्रमण्यम को इस साल इफ्फी में एक बड़ी भारतीय फिल्मी हस्ती मानते हुए शताब्दी पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है