अहमदाबाद, अपना पहला सीज़न खेल रही गुजरात टाइटंस ने आईपीएल ने अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। इसके बाद उन्होंने पहले क्वालीफ़ायर में राजस्थान रॉयल्स को पटखनी देने के बाद अहमदाबाद में जीत हासिल कर आईपीएल का ख़िताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के बाद गुजरात के अहम क़िरदारों और उनकी प्रतिक्रियाओं पर एक नज़र:
डेविड मिलर (68.71 की औसत और 481 रन) : यह पूरी यात्रा अविश्विसनीय है। ट्रॉफ़ी को जीतना बेहद ख़ास है। यह मेरे लिए सबसे खुशनुमा यात्राओं में से एक है। हर किसी ने अपना योगदान दिया और अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया। हार्दिक पांड्या और आशीष नेहरा ने इस पूरी यात्रा को काफ़ी आरामदायक बनाए रखा। हार्दिक इस सीज़न बेहतर से और बेहतर होते गए, उन्होंने गेंद और बल्ले दौनों से ही नेतृत्व किया।
गैरी कर्स्टन (बल्लेबाज़ी कोच और मेंटोर) : नीलामी में कई लोग टीम संतुलन और गहराई की बात करते हैं, लेकिन हमारी टीम में विविधता थी। हमारे पास आक्रामक गेंदबाज़ी क्रम था और आख़िरी मैच में तो हमारे पास एक अतिरिक्त गेंदबाज़ हो गए। हार्दिक एक सीखने वाले कप्तान हैं। उन्होंने जिम्मेदारी लेते हुए बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी की। वह एक हाई प्रोफ़ाइल क्रिकेटर हैं लेकिन उतने ही विनम्र हैं। आशीष (नेहरा) के साथ भी काम करना सुखद रहा। एक लाख लोगों के सामने पहले ही सीज़न में ख़िताब जीतना अविश्वसनीय है।
हार्दिक पंड्या (44 की औसत से 487 रन बनाने के साथ ही 27 की औसत से आठ विकेट लिए) : मैंने अपनी गेंदबाज़ी पर काफ़ी मेहनत की है। मैं चाह रहा था कि एक अहम मौक़े पर मैं बढ़िया प्रदर्शन करूं। मैं बढ़िया लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी करने का प्रयास कर रहा था और कोशिश कर रहा था कि कम से कम बाउंड्री दूं। मेरे लिए टीम सबसे ऊपर है। मैं टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। किसी भी पोज़िशन पर बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार हूं। मैं चाह रहा था नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करूं और टीम के अन्य खिलाड़ियों को खुल कर खेलने का मौक़ा दूं।
राशिद ख़ान (22.15 की औसत से 15 विकेट लिए) : मुझे लगता है कि हमने विकेट को काफ़ी जल्दी जान लिया। हमें पता था कि किस एरिया में गेंदबाज़ी करनी है। बीच के ओवरों में हमने काफ़ी बढ़िया गेंदबाज़ी की। शुभमन गिल एक शानदार खिलाड़ी हैं। हम लकी हैं कि वह हमारी टीम में हैं। आईपीएल दुनिया का सबसे बेहतरीन प्रतियोगिता है। इसको जीतना मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
राहुल तेवतिया (31 के औसत से 217 बनाए): हमने पहला क्वालीफ़ायर जो खेला था, उससे हमें काफ़ी भरोसा मिला। प्लान यही था कि ऊपर के बल्लेबाज़ एक बढ़िया नींव रखें और बाद के बल्लेबाज़ गेम को फ़िनिश किया जाए। शुरुआत में सब कह रहे थे कि हमारी टीम ने सबको आईपीएल जीत कर दिखा दिया। हालांकि हमारी टीम ने मुझ पर, मिलर पर, हार्दिक भाई पर जिस तरीक़े से भरोसा किया वह तारीफ़ योग्य है। इस सीज़न में मेरा पर्सनल गोल कुछ नहीं था, बस इतना चाह रहा था कि हम इस ट्रॉफ़ी को जीत जाएं।
रिद्धिमान साहा (31 की औसत से 317 रन बनाए) : यह मेरा पांचवा फ़ाइनल था। यह मैं दूसरी बार जीत रहा हूं। कई लोगों ने कहा कि यह टीम अच्छी नहीं है लेकिन हमने सबको ग़लत साबित कर दिया। शमी ने इस प्रतियोगिता में पहले ही गेंद से टीम के लिए सकारात्मक शुरुआत दिलाई थी।
मोहम्मद शमी (20 बार बल्लेबाज़ों को पेविलयन भेजा): मैं बस बढ़िया तरीक़े से सीज़न की शुरुआत करना चाहता था। मैं ज्यादा नहीं सोच रहा था। साहा एक शानदार खिलाड़ी हैं और यह बात हम सब जानते हैं। हम काफ़ी सालों से एक साथ खेल रहे हैं। इन्हें जब भी मौक़ा मिलता है, ये अच्छा खेलते हैं।
शुभमन गिल (34 के औसत से 483 रन बनाए) : यह बहुत मायने रखता है। आईपीएल जीतना वर्ल्ड कप जीतने से कम नहीं है। यह आईपीएल में मेरा पांचवां साल है और मुझे ट्रॉफ़ी जीतकर काफ़ी ख़ुशी की अनुभूति हो रही है। मैं अंत तक बल्लेबाज़ी करना चाहता था और तमाम कोचों से मेरी इसी पर चर्चा हो रही थी, आख़िरकार मैंने यह कर दिखाया।
मैथ्यू वेड (15 की औसत से 157 रन बनाए) : हम शांत और आरामदायक वातावरण में रहे। हम सिर्फ़ एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं रहे लेकिन डेविड, हार्दिक और राशिद ने इस सीज़न में कमाल का प्रदर्शन किया। आशीष ने एक पारिवारिक माहौल तैयार कर दिया। हर किसी को ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त समय मिले उन्होंने इस बात का बखूबी ख़याल रखा और आप इसका अंदाज़ा हमारे प्रदर्शन से लगा सकते हैं।