गांधीनगर, गुजरात विधानसभा के चुनाव के लिए पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण क्षेत्र के 19 जिलों की 89 सीटों पर गुरुवार एक दिसंबर को मतदान होगा जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
इस चुनाव में 27 साल से राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती ने बताया कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है। पहले चरण में एक दिसंबर को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए मतदान कर्मी में 1,06,963 कर्मचारी/अधिकारी तैनात रहेंगे, जिसमें 27,978 निर्वाचन अधिकारी और 78,985 पोलिंग स्टाफ शामिल हैं। 89 सीटों के लिए 19 जिलों में पहले चरण में कुल 2,39,76,670 मतदाता हैं, जिनमें 1,24,33,362 पुरुष, 1,15,42,811 महिलाएं और 497 ट्रांसजेंडर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्रों और कर्मचारियों की सभी जरूरी व्यवस्था और चुनाव में उपयोग में ली जाने वाली ईवीएम और वीवीपैट (34324 बीयू, 34324 सीयू और 38,749 वीवीपीएटी) तैयार हो चुकी है। पहले चरण में 65-मोरबी सीट पर 17 उम्मीदवारों होने से 02 बैलेट यूनिट होंगी, जबकि सूरत के 163-लिंबायत निर्वाचन क्षेत्र में 44 उम्मीदवार होने से तीन बैलेट यूनिट होंगे।
पहले चरण में गुरुवार को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अब सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के उम्मीदवारों समेत सभी कुल 788 प्रत्याशी मैदान में रह गये हैं, जिनमें 70 महिलाएं और 718 पुरुष हैं। दलों की कुल संख्या 39 है। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नौ महिलाएं और 80 पुरुष, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने छह महिलाएं सहित कुल 89 सभी सीटों पर, आम आदमी पार्टी (आप) ने 88, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 57 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि 339 निर्दलीय प्रत्याशी में 35 महिलाएं और 304 पुरुष शामिल हैं। सभी प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए घर-घर जाकर संपर्क में जुट गये हैं। मतदान एक दिसंबर को सुबह आठ बजे से पांच बजे तक होगा।
चुनाव के लिए पहले चरण में 125 पुरुष और 38 महिला समेत 163 एनआरआई मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। राज्य की 89 विधानसभा सीटों के लिए प्रथम चरण में 3331 शहरी मतदान स्थलों पर 9014 मतदान केन्द्र हैं, जबकि 11071 ग्रामीण मतदान स्थलों पर 16,416 मतदान केन्द्र हैं। विशिष्ट मतदान केंद्रों में 89 मॉडल मतदान केंद्र, 89 दिव्यांग संचालित, 89 इको फ्रेंडली, 611 सखी, 18 युवा संचालित मतदान केंद्र हैं। प्रथम चरण में 9371 पुरुष और 235 महिला मतदाता समेत 9606 सेवा मतदाता, 99 वर्ष से अधिक आयु के 4945, 18 से 19 वर्ष की आयु के 5,74,560 मतदाता होंगे।
श्रीमती भारती ने यूनीवार्ता को बताया कि राज्य में पहले चरण में कच्छ की (06), सुरेंद्रनगर की (05), मोरबी (03), राजकोट (08), जामनगर (05), देवभूमि द्वारका (02), पोरबंदर (02), जूनागढ़ (05), गिर सोमनाथ (04), अमरेली (05), भावनगर (07), बोटाद (02) , नर्मदा (02) , भरूच (05), सूरत (16) , तापी (02), डांग (01), नवसारी (04) और वलसाड की (05) सीटों कुल 89 सीटों के लिए 19 जिलों में पहले चरण में कुल 2,39,76,670 मतदाता हैं, जिनमें 1,24,33,362 पुरुष, 1,15,42,811 महिलाएं और 497 ट्रांसजेंडर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। पहले चरण के मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद करने के नियम के तहत मंगलवार की शाम पांच बजे प्रचार बंद हो गया था। इसके बाद कोई अनधिकृत बाहरी व्यक्ति भी चुनाव वाले क्षेत्रों में नहीं रहेगा। अब मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी घर-घर जाकर संपर्क में जुट गये हैं।
राज्य के 33 जिलों की कुल 182 विधानसभा सीटों के लिये दो चरणों में चुनाव होगा। राज्य के 89 सीटों पर पहले चरण में एक दिसंबर को तथा शेष 93 सीटों पर पांच दिसंबर को दूसरे चरण में चुनाव होगा। दोनों चरणों की मतगणना एक साथ आठ दिसंबर को और मतदान की प्रक्रिया 10 दिसंबर को पूरी हो जाएगी। हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना भी आठ दिसंबर काे ही होनी है।