जय किसान आंदोलन सरकारी “ग्राम उदय” अभियान का सच उजागर करेगा। किसान के ‘मन की पीड़ा’ रिकॉर्ड करेगा।
प्रधानमंत्री “मन की बात” सुनाते हैं। लेकिन किसान के ‘मन की पीड़ा’ कोई नहीं सुनता। केंद्र सरकार अपनी छवि सुधारने के लिए गांव और किसान का हितैशी दिखने की कोशिश कर रही है। इसी प्रक्रिया में सरकार ने एक नए अभियान “ग्राम उदय से भारत उदय अभियान” की घोषणा की है।
जय किसान आंदोलन (स्वराज अभियान) इसे एक ऐसे अवसर के रूप में देखता है जिससे किसानों और ग्रामीण भारत की सच्ची आवाज को देश के सामने रखा जा सके। किसानों के ‘मन की पीड़ा’ को राष्ट्रीय पटल पर रखने और प्रधानमंत्री को इससे रूबरू कराने का यह अच्छा मौका है। यदि आप गाँव से हैं या किसान हैं तो 011-66977663 पर फ़ोन करें और अपने ‘मन की पीड़ा’ को रिकॉर्ड करें। जय किसान आंदोलन आपकी आवाज़ सत्ता के शीर्ष तक और पूरे देश में ले जाएगा।
14 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच चलने वाले इस अभियान में सरकार ने कई कार्यक्रम घोषित किये है। इन सभी कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्रीय सरकार का दावा है कि इन 10 दिनों में सरकार हर ग्राम पंचायत की आवाज़ सुन लेगी। चूकिं ऐसे सरकारी अभियान हमेशा प्रश्नो के घेरों में होते है और अक्सर सफेद हाथी की तरह साबित होते है। ऐसे में एक जिम्मेदार सामजिक आंदोलन होने के कारण जय किसान आंदोलन, इस सरकारी अभियान का सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र पर्यवेक्षक की भूमिका वहन करेगा। हमारा प्रयास इस सरकारी अभियान के अंतर्गत होने वाली सभी कार्यों की सम्पूर्ण जानकारी उसके असली रूप में आम जनता तक पहुचना है। जय किसान आन्दोलन यह सुनिश्चित करेगा कि इस अभियान के बहाने किसान के ‘मन की पीड़ा’ पूरे देश में पहुंचे।
सरकार ने देश की हर ग्राम पंचायत में तीन कार्यक्रमों की घोषणा की है –
क – 14 से 16 अप्रैल के बीच किसी एक दिन डॉक्टर आंबेडकर को श्रद्धांजलि।
ख – 17 से 20 अप्रैल के बीच किसी एक दिन गांव के सभी किसानों की सभा जिसमें सरकारी नीतियां बतायी जायेंगी और किसानों से कृषि की बेहतरी के लिए सुझाव माँगे जाएंगे।
ग – 21 से 24 अप्रैल के बीच ग्राम सभा का आयोजन, जिसमें पीने के पानी, स्वच्छता महिलाओं और वंचित वर्गों आदि पर चर्चा होगी।
इस दौरान जय किसान आंदोलन की ओर से हम निम्नलिखित गतिविधियां चलाएंगे-
1 . मन की पीड़ा : हम फोन, प्रेस रिलीज एवं पर्चो के माध्यम से किसानों से अनुरोध करेंगे कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दौरान किसानो की दुख तकलीफ प्रधानमंत्री तक पहुचाये। किसान चाहे तो अपने मन की पीड़ा को इस नंबर पर फ़ोन करके रिकॉर्ड कर सकते हैं।
फ़ोन नंबर: 011-66977663
2. जय किसान आंदोलन के सभी कार्यकर्ता अपने-अपने जिले की हर तहसील में कम से कम 10 ग्राम पंचायतों में फोन करके पता करेंगे कि वहाँ इस अभियान के तहत किसान सभा हुई या नहीं। जितने गांव से सूचना हमें प्राप्त होगी उस सर्वेक्षण की रिपोर्ट हम 24 तारीख को सार्वजानिक करेंगे।
ऐसे समय में जब देश में खेती किसानी का संकट विकराल रूप धारण कर रहा है, जय किसान आंदोलन का प्रयास ऐसे अवसरों का उपयोग ग्रामीण भारत की समस्यों को केंद्र एवं राज्य सरकारों और देश के सम्मुख प्रभावी ढंग से उठाना है। जन दबाब के माध्यम से सरकारी कार्यक्रमों और उपक्रमो का अधिकतम और सार्थक उपयोग करते हुए किसानो व ग्रामीण भारत की समस्या का समाधान करना है।
संपर्क :
प्रभात – 9999991268
पंकज – 9868888986
जय किसान । जय हिन्द।
सधन्यवाद ।
फेसबुक पर योगेन्द्र यादव की वाल से साभार