पटना, बिहार सरकार के मुखिया बिहार चुनाव में जीत के महानायक प्रशांत किशोर को अपना सलाहकार नियुक्त कर उन्हें काबीना मंत्री का दर्जा दिया है। इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गयी है। सलाहकार के पद पर नियुक्त प्रशांत किशोर का कार्यकाल अगले आदेश तक के लिए तय किया गया है। प्रशांत किशोर का दायित्व राज्य के सर्वांगीण विकास से संबंधित नीतियों, संकल्पों, कार्यक्रमों के निर्धारण व परिणामोन्नमुखी कार्यान्वयन और तय अवधि में लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मुख्यमंत्री को जरूरी सलाह एवं सहयोग देना है। इसके लिए वह समय-समय पर राज्य के विकास से संबंधित नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों से संबंधित अन्य दायित्व संभालेंगे 37 साल के प्रशांत किशोर संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता रहे हैं। 2011 में वे भारत लौटे और राजनीतिक दलों के चुनावी प्रबंधन का कार्य संभालने लगे और रणनीति बनाने लगे। उन्होंने भाजपा और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में कैम्पेन शुरू किया। 2012 में उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैम्पेन की कमान अपने हाथों में ली। उस दौर में प्रशांत मोदी के साथ गुजरात के सीएम हाउस में रहते थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रशांत किशोर मोदी के मुख्य रणनीतिकारों में से एक थे। प्रशांत किशोर की रणनीति रंग लाई और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे। बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के साथ आए और भाजपा को हराकर नीतीश के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी। खबर है कि प्रशांत किशोर बहुत जल्द पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभाल सकते हैं। उन्हें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के चुनावी अभियान को लीड करने का जिम्मा सौंपा जा सकता है। प्रशांत ने कुछ महीने पहले सोनिया गांधी से चर्चा भी की थी। भाजपा से अलग होने के बाद प्रशांत किशोर कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में आए जिन्होंने अक्टूबर 2014 में प्रशांत को जेडीयू सांसद पवन वर्मा से मिलवाया। इसके बाद कई दौर की मीटिंग के बाद दिल्ली में प्रशांत और जेडीयू नेता नीतीश कुमार की मुलाकात हुई। बैठक में डील फाइनल हुई। अब बिहार में जीत के कुछ दिनों बाद नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर पुरस्कृत किया है।