लखनऊ, चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव ड्यूटी से शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और आंगनबाड़ी वर्कर्स को मुक्त करते हुये उत्तर प्रदेश सरकार के इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इन कर्मियों को आरक्षित पूल में रखा जायेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय की ओर से सोमवार को जारी निर्देश के अनुसार शिक्षामित्रों, महिला शिक्षा मित्रों, राेजगार सहायकों, आंगनबाड़ी कर्मियों और अनुदेशकों एवं अन्य समकक्ष को मतदान कार्मिक के रूप में तैनात नहीं किया जायेगा। इसमें स्पष्ट किया गया है कि इन लोगों को ना तो सामान्य ड्यूटी में तैनात किया जायेगा, ना ही इन्हें मतदान केंद्रों पर प्रभारी बनाया जायेगा। हालांकि सीईओ कार्यालय ने चुनाव आयोग के आदेशानुसार पारित किये गये इस निर्देश में स्पष्ट किया कि इन पदों पर कार्यरत लागों की जरुरत पड़ने पर ही चुनाव ड्यूटी पर बुलाया जायेगा।
आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस आशय के प्रस्ताव पर यह आदेश पारित किया है। इसमें कहा गया है कि ऐसे कार्मिकों की ड्यूटी संबंधित जनपद द्वारा सिर्फ इस स्थिति में लगायी जायेगी जब यह प्रमाणित किया जाये कि मंडलीय पूल से प्राप्त नियमित सरकारी कार्मिकों को पूरी तरह से चुनाव ड्यूटी पर समायोजित कर लिया गया है।
सीईओ कार्यालय ने कहा कि जहां तक संभव हो इन कर्मियों को आरक्षित पूल में रखा जाये। साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर इन कर्मियों की ड्यूटी लगानी भी पड़ जाये तो शिक्षा मित्रों को ‘मतदान अधिकारी द्वितीय’ तथा अन्य कर्मियों को मतदान अधिकारी तृतीय के रूप में लगाया जायेगा।