नई दिल्ली, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अनुसार पार्टी का उद्देश्य ईवीएम को हैक करना नहीं बल्कि मतदान प्रणाली सुरक्षा की पड़ताल करना है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को चुनाव आयोग में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर इस बात की जांच की गई कि वीवीपैट के इस्तेमाल के साथ यह ईवीएम मशीन कितने सुरक्षित तरीके से काम करती है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने प्रेस विज्ञिप्ति जारी कर कहा कि चुनाव आयोग द्वारा शनिवार को आयोजित ईवीएम चुनौती में भाग लेने के पीछे पार्टी का उद्देश्य ईवीएम को हैक करना नहीं था बल्कि इस बात की जांच करना था कि मतदान के लिए अपनायी गयी प्रणाली कितनी चुस्त दुरुस्त और सुरक्षित है।
पार्टी ओर से जारी बयान में कहा गया कि माकपा की तकनीकी टीम ने कल चुनाव आयोग में आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेकर केवल ईवीएम की जांच पड़ताल ही नहीं बल्कि इस बात की भी जांच करने की कोशिश की कि वीवीपैट के इस्तेमाल के साथ यह ईवीएम मशीन कितने सुरक्षित तरीके से काम करती है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा कि माकपा की तकनीकी टीम ईवीएम का अध्ययन करने के लिए उसके हार्डवेयर को भी जांचना चाहती थी क्योंकि किसी भी ईवीएम को केवल बटन दबाकर या उसके हार्डवेयर को जांचे बिना हैक नहीं किया जा सकता है।