मेरठ, उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में गुरूवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर गोलीबारी की गयी हालांकि ओवैसी समेत किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा। पुलिस ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया जबकि दूसरे के गाजियाबाद के सिंहानी गेट थाने में आत्मसमर्पण की सूचना है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार छिजारसी टोल प्लाजा के पास कुछ अराजक तत्वों ने ओवैसी की कार को निशाना बनाकर फायरिंग की जब वह मेरठ के किठौर कस्बे में जनसंपर्क करने के बाद नोएडा जा रहे है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुये एक हमलावर को धर दबोचा है जबकि एक अन्य के गाजियाबाद के सिंहानी गेट थाने में आत्मसमर्पण किये जाने की सूचना है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
हमले के तुरंत बाद हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने ट्वीट कर घटना की जानकारी दी। उन्होने कहा “कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।”
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि ओवैसी के ट्वीट से पुलिस को घटना की जानकारी हुयी जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुये टोल प्लाजा के वीडियो फुटेज खंगाले गये और इस मामले में गौतमबुद्धनगर के बादलपुर क्षेत्र के निवासी सचिन नामक युवक को हिरासत में लिया गया है। उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद की गयी है।
उन्होने कहा कि वीडियो फुटेज से पुष्टि होती है कि सचिन ने ओवैसी के काफिले पर गोली चलायी। एक अन्य की तलाश की जा रही है। उधर, मेरठ के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में चिन्हित कर लेने के बाद एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि हमलावर ओवैसी के काफिले के साथ थे या पहले से वहां खड़े हुए थे।
कुमार ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तमाम पहलुओं पर गहराई से जांच जारी है। उन्होंने इसमें सुरक्षा में हुई किसी चूक को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह संभवता वैचारिक मदभेद में साजिश के तहत किया गया है, जिसकी पुष्टि जांच में सामने आ जायेगी
सूत्रों के अनुसार ओवैसी विधानसभा चुनाव में प्रचार के सिलसिले में मेरठ आये थे जहां से वह जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी किठौर कस्बे के लिये निकले और जनसंपर्क करने के बाद नोएडा के लिये रवाना हो गये। बीच रास्ते में यह वारदात हुयी।