एंटिगा, भारतीय अंडर-19 पुरुष क्रिकेट टीम ने शनिवार को आईसीसी अंडर-19 विश्व 2022 के क्वार्टर फाइनल मैच में पिछले चैंपियन बंगलादेश को पांच विकेट से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली । घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने बंगलादेश को 37.1 ओवर में महज 111 रन पर ऑलआउट कर दिया। उसके बाद सलामी बल्लेबाज अंगक्रिश रघुवंशी की 44 रन की पारी की बदौलत लक्ष्य को 30.5 ओवर में हासिल कर लिया। भारत अब दूसरे सेमीफ़ाइनल में 2 फ़रवरी को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। पहला सेमीफ़ाइनल 1 फ़रवरी को इंग्लैंड और अफ़ग़ानिस्तान के बीच होगा।
112 रन का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और हरनूर सिंह बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। उन्हें तंजीम हसन ने मोहम्मद फहीम के हाथों आउट करवाया। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे शाइक रशीद ने रघुवंशी के साथ मिलकर 70 रन की साझेदारी की। रघुवंशी 44 रन और रशीद को 26 रन बनाकर रिपोन मंडल के शिकार बने।
इसके बाद कप्तान यश ढुल और कौशल तांबे ने टीम को जीत तक पहुंचाया। बंगलादेश की ओर से रिपोन ने चार और तंजीम ने एक खिलाड़ी को आउट किया। ढुल ने नाबाद 20 और तांबे ने नाबाद 11 रन का योगदान दिया। रघुवंशी ने धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए 65 गेंदों में सात चौकों की मदद से 44 रन की पारी खेली। वहीं रशीद ने 26 रनों की पारी खेली।
दोनों बल्लेबाज़ो का विकेट जल्दी गिरने के बावजूद बंगलादेशकी टीम को जो भी छोटी उम्मीद मिली थी, उसे कप्तान यश धुल ने 20 रनों की पारी खेल कर ख़त्म कर दिया। बांग्लादेश की तरफ़ से मोंडल ने 31 रन देकर 4 विकेट लिए। कौशल ताम्बे ने लांग ऑन के ऊपर से सिक्सर लगा कर मैच को ख़त्म किया।
पिछली बार बंगलादेश ने फ़ाइनल में भारत को हरा कर ख़िताब पर कब्ज़ा जमाया था। हालांकि इस दफ़ा भारतीय गेंदबाज़ों ने क्वार्टर-फ़ाइनल में बंगलादेशी बल्लेबाज़ों को कोई मौक़ा नहीं दिया और मात्र 111 रनों पर ऑल आउट कर दिया। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ रवि कुमार ने अपने पहले स्पेल में 3 विकेट लिए, वहीं बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ विकी ओस्तवाल ने भी दो विकेट झटके। इसके अलावा बंगलादेशी बल्लेबाज़ों ने दो विकेट रन आउट के रूप में भी गंवाया। अगर एसएम मेहरॉब ने 30 रन ना बनाए होते तो शायद भारत को और भी छोटे लक्ष्य का सामना करना पड़ता।
इस मैच में वापसी कर रहे कप्तान यश धुल ने एक ऐसी पिच पर क्षेत्ररक्षण करने का विकल्प चुना, जहां अफ़ग़ानिस्तान और श्रीलंका के बीच हुए क्वार्टर-फ़ाइनल मैच में कुल 264 रन बने थे। रवि गेंद को दोनों तरफ़ लहराने में क़ामयाब रहे और उसका परिणाम यह रहा कि बांग्लादेश के पहले 3 बल्लेबाज़ 14 के स्कोर पर ही आउट हो गए।
दूसरे छोर से राजवर्धन हंगारगेकर ने अपनी गति, अपनी यॉर्कर और शॉर्ट पिच गेंद से बांग्लादेश को परेशान किया। साथ ही रवि और हंगारगेकर रनों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने में भी क़ामयाब रहे। हालांकि सर्कल के भीतर भारतीय टीम ने कुछ बढ़िया क्षेत्ररक्षण करते हुए भी कई रन बचाए।
बाएं हाथ के स्पिनर ओस्तवाल को अपने पहले ही ओवर से बढ़िया स्पिन मिल रही थी। उन्होंने पहले अरिफ़ुल इस्लाम को आउट किया। फिर मोहम्मद फ़हीम उन्हें रिवर्स स्वीप मारने के चक्कर में बोल्ड हो गए। चौथे नंबर के आइच मोल्लाह ने 47 गेंदों में धैर्यपूर्वक बल्लेबाज़ी करते हुए 13 रन बनाए और फिर रन आउट हो गए। इस समय बांग्लादेश का स्कोर सात विकेट के नुकसान पर 56 था।
हालांकि आठवें विकेट के लिए अशिक़ुर ज़मान और मेहरॉब के बीच 50 रनों की साझेदारी हुई, जिसके कारण बांग्लादेश का स्कोर तीन अंक के पार पहुंच सका। हालांकि दोनों बल्लेबाज़ों का विकेट एक ही ओवर में गिर गया और फिर हंगारगेकर ने एक शॉर्ट पिच गेंद से बांग्लादेश की पारी का अंत कर दिया।