नई दिल्ली, केन्द्र सरकार तकनीकी शिक्षा विशेष कर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अधिक से अधिक छात्राओं के आकर्षित करने की योजना पर काम कर रही है। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री महेन्द्र नाथ पांडे ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ और बाल श्रम को लेकर जगरूकता फैलाने वाली फीचर फिल्म बावली के स्क्रीनिंग के मौके पर कहा कि तकनीकी शिक्षा खास कर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बड़ी संख्या में छात्राएं प्रवेश परीक्षा में सफल होने के बाद भी कॉलेजों में दाखिला नहीं लेती हैं जिसे सरकार गंभीरता से ले रही है और इसके समाधान के लिये नई योजना तैयार कर रही है।
डॉ. पांडे ने कहा, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर के नेतृत्व में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान काउंसिल की बैठक में हमने यह फैसला किया है कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की संख्या बढायी जाये। उन्होंने कहा, इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अब तक लडकों की अपेक्षा लड़कियां बहुत कम प्रवेश लेती हैं।
पिछली बार इंजीनियरिंग के लिये हुयी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में 4570 लड़कियों उत्तीर्ण हुयीं, लेकिन दाखिला लगभग आठ सौ लड़कियों ने लिया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सरकार इंजीनिरिंग कॉलेजों में छात्राओं के लिये सीटों बढ़ाने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की तकनीकी शिक्षा को लेकर अभिभावक भी ज्यादा गंभीर नहीं होते। इस काम के लिये अभिभावकों को लड़कियों को प्रेरित करना होगा ताकि वे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे आयें।