जनता को केवल बसपा के मजबूत व आजमाये हुये नेतृत्व पर ही भरोसा : मायावती
March 6, 2017
लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की सरकार केवल बसपा ही दे सकती है। इसलिये उत्तर प्रदेश को किसी को भी जबर्दस्ती का गोद लेने की कोई जरूरत नहीं है, बल्कि इन्हें वापस इनके गृह राज्य में भेज देना ही बेहतर है। उन्होंने इसके साथ ही कल सम्पन्न हुए छठे चरण के चुनाव को भी पार्टी के लिए शुभ संकेत देने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि पांचों चरण के मतदान की तरह छठा चरण भी पार्टी के लिए अतिउत्साहवर्द्धक रहा।
बसपा सुप्रीमों ने रविवार को कहा कि अब अन्तिम चरण का मतदान भी पार्टी के लिए पहले के सभी चरणों की तरह ही अति-उत्साहवर्धक रहेगा, ऐसी जमीनी रिपोर्टे विभिन्न जिलों से लगातार प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी अपने लोकसभा चुनावी वायदों का एक-चौथाई हिस्सा कार्य भी अब तक लगभग पौने तीन वर्ष के कार्यकाल में पूरा नहीं कर पाये हैं, और सपा का यहां पिछले पांच वर्षों से जंगलराज है। इस प्रकार वर्तमान चुनाव में माहौल बसपा के पक्ष में अति-उत्साहवर्धक है। उन्होंने कहा कि अब तक छह चरणों की मतदानों को देखकर पूरी तरह से निश्चित है कि बसपा अपनी अकेले ही पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने जा रही है।
मायावती ने कहा कि वैसे तो विरोधी पार्टियों में से खासकर भाजपा व सपा-कांग्रेस गठबन्धन के लोग अपनी रैलियों में बड़ी-बड़ी बातें व हवा-हवाई दावे कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश की जनता को केवल बसपा के मजबूत व आजमाये हुये नेतृत्व पर ही भरोसा है। उन्होंने कहा कि कानून द्वारा कानून का राज व जनहित एवं विकास के मामले में हमारी सरकार का रिकार्ड काफी बेहतरीन रहा है। बसपा सुप्रीमों ने कहा कि प्रदेश की जनता पीएम मोदी की वादाखिलाफी और सपा के बबुआ के गुण्डा व जंगलराज वाली सरकार तथा इन दोनों चाचा-भतीजे की सरकार की गलत नीतियों व कार्यकलापों से काफी आक्रोशित है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के लोग कतई भी इनके किसी भी प्रकार के बहकावे में आने वाले नहीं हैं। मायावती ने कहा कि इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में बसपा के शासनकाल में भाजपा और आर.एस.एस. जैसी साम्प्रदायिक ताकतें हमेशा कमजोर व सपा के शासनकाल में मजबूत क्यों हो जाती हैं, यह सर्वसमाज व खासकर मुस्लिम समाज के लोग अच्छे तरीके से समझने लगे हैं। इसलिए जनता इस आधार पर निर्णय भी कर रही है, जो उत्तर प्रदेश के हित व कल्याण के लिये काफी शुभ संकेत है।