भोपाल, जम्मू कश्मीर के आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर हवाओं का प्रभाव मध्यप्रदेश में नहीं पड़ने के चलते राजधानी भोपाल सहित प्रदेश भर में ठंड का असर कम है, लेकिन पंद्रह नवंबर के बाद इसमें इजाफा की संभावना जतायी जा रही है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एच एस पांडेय ने आज यहां यूनीवार्ता को बताया कि जम्मू कश्मीर के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है तथा हवाओं का रुख भी बदला हुआ है। इस समय दक्षिण पूर्वी हवाएं चल रही हैं तथा उत्तरी हवाओं का प्रभाव कम है, जिसके कारण ठंड का प्रभाव प्रदेश भर में कम है। उन्होंने बताया कि यह पश्चिमी विक्षोभ अभी कुछ दिन और रहेगा और पंद्रह नवंबर के आसपास मौसम साफ हो सकता है, जिसके बाद प्रदेश में ठंड में इजाफा होने की संभावना है।
डॉ पांडेय ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में मौसम आमतौर पर शुष्क रहा। इस दौरान न्यूनतम तापमान में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। रीवा, शहड़ोल, उज्जैन और ग्वालियर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहा। इस बीच सबसे कम न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस मंडला में रिकार्ड किया गया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ पांडेय ने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में मौसम के शुष्क रहने आसार हैं। वहीं अगले 48 से 72 घंटों के दौरान भी इसमें विशेष परिवर्तन नहीं होगा।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्र में मौसम पर शुष्क रहा। दिन भर धूप खिली रही। सुबह और शाम में हल्की ठंड रही। अपने चौबीस घंटों के दौरान भी मौसम के शुष्क रहने के आसार हैं।