जानिये, गूगल सीईओ सुंदर पिचाई और उनकी चौंकाने वाली सैलरी के बारे मे
April 29, 2017
नई दिल्ली, गूगल (गूगल) के सीईओ सुंदर पिचाई को पिछले साल वेतन एवं अन्य मद में कंपनी से 20 करोड़ डॉलर (करीब 1300 करोड़ रुपए) मिले है। पिचाई को साल 2015 में जितना वेतन मिला था, साल 2016 में उससे दुगना वेतन मिला है। आपको बता दें कि उनकी परफॉर्मेंस से खुश होकर कंपनी ने उनका बड़ा इनाम दिया है। हालांकि, गूगल के फाउंडर लैरी पेज और सर्जे बिन सैलरी के तौर पर सिर्फ 1 डॉलर लेते है।
2016 में उन्हें 6.50 लाख डॉलर (करीब 4.17 करोड़ रुपए) रुपए बतौर वेतन मिला जो साल 2015 में मिले वेतन से थोड़ा कम है। 2015 में पिचाई को गूगल ने 6.52 लाख डॉलर (करीब 4.19 करोड़ रुपए) वेतन दिया था। अमेरिकी न्यूज चौनल सीएनएन के मुताबिक, गूगल की कॉम्पनसेशन कमिटी ने इतना भारी-भरकम वेतन सीईओ के पद पर उनका प्रमोशन और कई प्रॉडक्ट्स की कामयाब लॉन्चिंग के लिए दिया।
गूगल के को फाउंडर और पूर्व सीईओ लैरी पेज नई कंपनी अल्फाबेट के बिजनस पर ध्यान केंद्रित करने में जुटे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिचाई के नेतृत्व में गूगल को अपने प्रमुख विज्ञापनों एवं यूट्यूब बिजनेस से बिक्री बढ़ी है। इस दौरान कंपनी ने मशीन लर्निंग, हार्डवेअर और क्लाउड कंप्यूटिंग में भी निवेश किया है। साल 2016 में गूगल ने नए स्मार्टफोन्स, वर्चुअल रिऐलिटी हेडसेट, राउटर और वॉइस कंट्रोल्ड स्मार्ट स्पीकर बाजार में उतारा।
इन प्रॉडक्ट्स से कंपनी को बहुत लाभ हुआ। गूगल को दूसरी कैटिगरी, मसलन हार्डवेयर और क्लाउड सर्विसेज आदि से हालिया तिमाही में कमाई 3.1 बिलियन डॉलर (करीब 199 अरब रुपये) तक पहुंच गई जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले डेढ़ गुना है। रिपोर्टों के मुताबिक, इस साल अल्फाबेट के शेयरों में भी उछाल आई और इस साल उसका बाजार पूंजीकरण 600 बिलियन डॉलर (करीब 38,565 अरब रुपये) तक पहुंच गया।
ऐसा पहली बार हुआ। लंबे समय तक एक एंप्लॉयी के रूप में काम करने वाले सुंदर पिचाई को गूगल ने अगस्त 2015 में सीईओ का पद सौंप दिया। 2016 में उन्हें 198.7 मिलियन डॉलर (करीब 12.77 अरब रुपये) मूल्य के कंपनी के शेयर मिले जो 2015 के मुकाबले करीब-करीब दोगुना है। 2015 में उन्हें कंपनी ने 99.8 मिलियन डॉलर (करीब 6.41 अरब रुपये) का स्टॉक ऑप्शन दिया था।
पत्नी अंजलि का है बड़ा योगदान:- चेन्नई में जन्मे सुंदर पिचाई ने राजस्थान के कोटा की रहने वाली अंजलि से शादी की है। सुंदर को गूगल का सीईओ बनाने में अंजलि का बहुत बड़ा योगदान है, क्योंकि जब 2011 में ट्विटर ने सुंदर को जॉब ऑफर किया था तो उनकी वाइफ ने ही उनको गूगल नहीं छोड़ने की सलाह दी थी। सुंदर और अंजलि दोनों ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की है और फाइनल ईयर के दौरान ही सुंदर ने अंजलि को प्रपोज किया था।
नहीं थे अमेरिका जाने के पैसे:- इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद सुंदर आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए और तब अंजलि इंडिया में ही रह रही थीं। अमेरिका जाने के बाद उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वो इंडिया कॉल करके अंजलि से बात कर सकें। कई बार ऐसा होता था कि वे छह महीने तक बात नहीं कर पाते थे। अमेरिका में सुंदर ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैटेरियल साइंस में मास्टर्स और व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की। सुंदर के पिता को कर्ज लेकर बेटे के लिए एयर टिकट का इंतजाम करना पड़ा था।