सैफई , हर बार होली की धमक , सैफई में देखने को मिलती है। सैफई की होली का एक अलग ही आकर्षण रहता है क्योंकि यहां पर मुलायम सिंह यादव अपने परिवार के साथ लंबे समय से अपने घर पर होली खेलने के लिए आते हैं। होली मनाने, मुलायम सिंह यादव का पूरा परिवार सैफई मे इकट्ठा होता है।
1989 में मुख्यमंत्री बनने से पहले, घर के पास मे ही स्थित तालाब में खुद नेता जी मुलायम सिंह यादव, गांव के बुर्जगों काे डुबो करके होली की शुरूआत करते थे अब वो दौर सब बदल गया है । कई बार कई अहम राजनेताओं के कपडे होली के उत्साह में फट गये उसके बाद इसको बदला गया । सैफई में कपडा फाड होली आज से करीब 20 साल पहले तक काफी हुआ करती थी, लेकिन खुद नेताजी ने ही कपडा फाडने पर रोक लगवा दी है तब से लगातार रोक लगी हुई है । यह पता नहीं है कि यह कपडा फाड परम्परा की शुरूआत कब हुई और किसने की ।
सैफई महोत्सव में शामिल फाग की धमक होली के मौके पर सैफई में देखने को मिलती है । फाग गायन का आनन्द उठाने के लिये होली के अवसर पर लोग मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई आते हैं, जिसमें उनका कुनबा बडी सिद्दत से हिस्सा लेता है । वर्ष 2009 मे सैफई में फाग के दौरान फाग गायकों को पैसे बांटे जाने के बाद मुलायम के गांव के होली एकाएक और अधिक सुर्खियों में आ गई । उस समय संसदीय चुनाव की आचार सहिंता लागू थी और मुलायम का गांव मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में आता है इसलिए चुनाव आयोग ने मुलायम की होली में पैसे बांटे जाने के मामले को लेकर आयोग ने नोटिस जारी कर दिया था ।