नयी दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को सतर्कता बरतने को कहा है।
मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. अतुल गोयल ने बुधवार को महाराष्ट्र में जीका वायरस के कुछ दर्ज मामलों को देखते हुए राज्यों को एक परामर्श जारी किया । इसमें देश में जीका वायरस की स्थिति पर निरंतर सतर्कता बनाए रखने को कहा गया है। जीका संक्रमित गर्भवती महिला के भ्रूण में माइक्रोसेफली और न्यूरोलॉजिकल प्रभाव आ जाता है, इसलिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे चिकित्सकों को कड़ी निगरानी के लिए सचेत करें।
राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे संक्रमित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं या प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले मामलों की देखभाल करने वाले लोगों को निर्देश दें कि वे गर्भवती महिलाओं की जीका वायरस संक्रमण के लिए जांच करें, जीका से संक्रमित पाई गईं गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करें और केंद्र सरकार के दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करें।
राज्यों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे स्वास्थ्य सुविधाओं और अस्पतालों को एक नोडल अधिकारी को नियुक्त किया जाना चाहिए। वह अस्पताल परिसर को एडीज मच्छर से मुक्त रखने के लिए निगरानी और कार्य करने के लिए जिम्मेदार होगा।
मंत्रालय ने कहा कि जीका वायरस किसी भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह ही है, जिसके अधिकांश मामले लक्षणहीन और हल्के होते हैं। वर्ष 2016 के बाद से देश में जीका से जुड़े माइक्रोसेफली की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।