लंदन, शॉर्लोट और जॉर्ज अपनी परदादी क्वींन एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके अलावा एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में क्वीन प्रिंस जॉर्ज और राजकुमारी शॉर्लोट वेस्टमिंस्टर एब्बे सहित 2,000 से अधिक देश-विदेशों के मेहमान भी शामिल होंगे।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एबे में होगा, जिसमें विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों सहित करीब 2000 मेहमानों के शामिल होने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार ताबूत के चर्च में प्रवेश करते ही उसके बाद नौ वर्षीय जॉर्ज और उनकी सात वर्षीय बहन, शाही परिवार के साथ एक शवयात्रा का हिस्सा बनेंगे। अंतिम संस्कार से पहले 96 मिनट तक हर मिनट एक घंटी बजती रहेगी, जो एलिजाबेथ के जीवन के आधारित वर्षों की अवधि को चिह्नित करती है। उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा जाएगा।
विश्व के नेताओं और गणमान्य व्यक्ति अंतिम संस्कार स्थानीय समयानुसार 11 बजे 13वीं शताब्दी के चर्च में एकत्र हुए, राजा और रानी कंसोर्ट रानी के ताबूत के पीछे लोगों का जुलूस देखा गया।
जॉर्ज और शॉर्लोट के चार वर्षीय छोटे भाई लुई के भाग लेने की उम्मीद नहीं है।
प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस वेस्टमिंस्टर के रोमन कैथोलिक आर्कबिशप कार्डिनल विंसेंट निकोल्स सहित धार्मिक नेताओं की प्रार्थनाओं के साथ एक पाठ पढ़ेंगे।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए शनिवार शाम लंदन पहुंच गयी थी। श्रीमती मुर्मू ने रविवार को वेस्टमिंस्टर हॉल में दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि दी, जहां एलिजाबेथ द्वितीय का पार्थिव शरीर रखा गया है। आज महारानी की अंतिम विदाई होगी। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडन ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री बाइडेन अपनी पत्नी के साथ रविवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में पहुंचे और दिवंगत महारानी के ताबूत के पास निर्धारित स्थान पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।