पुणे, भारतीय टेनिस के दो सबसे बड़े नाम, रोहन बोपन्ना और रामकुमार रामनाथन डेनमार्क के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में जीत की संभावना को लेकर उत्साहित हैं।
दोनों ने टाटा ओपन महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष युगल खिताब अपने नाम किया है। इस जोड़ी ने बालेवाड़ी स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के ल्यूक सैविल और जॉन पैट्रिक स्मिथ की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-7, 6-3, 10-6 से हराया।
यह जीत इस जोड़ी और भारतीय डेविस कप टीम के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाली होगी, जो विश्व ग्रुप I प्लेऑफ़ मुकाबले में दिल्ली जिमखाना क्लब में 4 और 5 मार्च को डेनमार्क से भिड़ेगी।
एटीपी 250 टाटा ओपन महाराष्ट्र में पुरुष युगल खिताब जीतने के बाद, रामकुमार रामनाथन अब अपने करियर में पहली बार टॉप 100 युगल खिलाडि़यों में शामिल हो गए है। वह 94वें स्थान पर हैं, जबकि बोपन्ना 8 स्थान ऊपर चढ़कर 35वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
गौरतलब है कि बोपन्ना और रामनाथन भारतीय डेविस कप टीम का हिस्सा हैं, जिसकी घोषणा पहले ही की जा चुकी है। उनके अलावा टीम में युकी भांबरी (670-एकल), प्रजनेश गुणेश्वरन (235-एकल) और दिविज शरण (134-युगल) शामिल हैं। टीम का नेतृत्व कोच जीशान अली और गैर खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल कर रहे हैं।
बालेवाड़ी में खेले गए मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए रोहन बोपन्ना ने कहा, ”मुझे लगता है कि इस साल डेविस कप के लिए हमारे पास एक मजबूत टीम है। युगल के लिए हमारे पास राम, युकी, दिविज और मैं हूं, हमारे पास कई विकल्प मौजूद हैं। युगल में कौन मैच खेलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम पहले दिन कैसे खेलते हैं। इसी के बाद कोच फैसला करेंगे कि युगल में कौन मैदान में उतरेगा।”
उन्होंने आगे कहा, ”भारत में कहीं भी खेलना मेरे लिए खास है और पुणे और भी खास है क्योंकि मैं यहां पांच साल (1994-99) रहा हूं। हालांकि जब मैं यहां रह रहा था, बालेवाड़ी स्टेडियम नहीं था, लेकिन यहां से जुड़ी कुछ बहुत अच्छी यादें मेरे साथ हैं।”
यह मुकाबला दिल्ली जिमखाना क्लब के ग्रास कोर्ट में बायोसिक्योरिटी बबल में होगा। भारत ग्रास पर खेलने पर विचार करेगा, जो डेनमार्क के साथ होने वाले मुकाबले में भारत को एक अतिरिक्त लाभ देगा क्योंकि डेनमार्क क्ले कोर्ट पर खेलने में अधिक सहज है।
भारत का सामना डेनमार्क के होल्गर रूण से होगा जो वर्तमान में पुरुष एकल में 88वें स्थान पर है। उनके अलावा कोई अन्य डेनिश एकल खिलाड़ी शीर्ष 200 में नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 1984 के बाद से दोनों टीमों के बीच यह पहला मुकाबला होगा। आखिरी बार खेले गए मुकाबले में भारत ने डेनमार्क को क्ले कोर्ट पर 3-2 से हराया था।