मुंबई, छेड़खानी का शिकार होना लड़कियों के लिए आम बात है। तापसी कटु मुस्कान के साथ कहती हैं। यह तो हमारी रोज की लड़ाई है। मेरे साथ कोई मोलेस्टेशन टाइप का हादसा नहीं हुआ, मगर हां राह चलते हर रास्ते में आते-जाते मैं शारीरिक छेडखानी का शिकार जरूर हुई हूं। आज सोचती हूं कि काश उस वक्त इतनी हिम्मत होती कि मैं पत्थर उठा पाती या फिर अपनी आवाज बुलंद कर पाती। लगता है अब तापसी पन्नू फिल्म नाम शबाना के बहाने अपने दिल की भड़ास निकाल रही है जो वह भुगत चुकी है।
वह मार्शल आर्ट के नए तरीके सिखा रही हैं। उनकी आवाज बुलंद हो चुकी है। तापसी कॉलेज के उन दिनों को नहीं भूल सकती जब उनपर फब्तियां कसी जाती थीं। वह कहती हैं कि हर गुरु पूरब पर मेरे साथ ये हादसा होता था कि कोई न कोई कहीं न कहीं मुझे छू लेता था। मैं बहुत डर जाया करती थी, इतना डरती थी कि कुछ कह नहीं पाती थी लेकिन आज तापसी का वो डर खत्म हो गया है। वह तैयार है लोगों को अपना एक अलग अंदाज दिखने के लिए।
फिल्म नाम शबाना का कंटेंट एक कड़वी सच्चाई है और उसमे कुछ ऐसा है की हर लड़की उस से रिलेट कर लेगी। दर्शक देखेंगे कि तापसी भीड़ वाली जगह पर हैं और एक राह चलता आदमी उनके शरीर को टच करके जाता है और बाद में सिर्फ सॉरी बोल देता हैं। तापसी फिर उस लड़के को जबरदस्ती गिराती है और उसके बाद उसे हंस के सॉरी बोल देती है। इस दृश्य के जरिए लड़कियों को यह शिक्षा दी जा रही है कि उन्हें ऐसी घटना के वक्त उसी समय जवाब देना चाहिए।