नयी दिल्ली , राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हिरासत में एक रेहड़ी वाले की कथित मौत के मामले में दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार को आज नोटिस जारी किया है।
आयोग ने मीडिया की खबरों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी करके उनसे छह सप्ताह के भीतर मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मजिस्ट्रेट जांच संबंधी रिपोर्ट आदि सभी दस्तावेज देने को कहा है। उसने हिरासत में हुई मौतों को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि किसी भी आपराधिक मामले के सिलसिले में हिरासत में लिए गए व्यक्ति के अधिकारों के प्रति पुलिस अधिकारियों और प्रशासन तंत्र से संवेदनशीलता बरते जाने की अपेक्षा की जाती है।
आयोग ने कहा कि यह घटना व्यक्ति के जीवन के अधिकार का उल्लंघन किए जाने के समान है और पुलिसकर्मियों के अमानवीय रवैये की तरफ इशारा करता हैए जिन्होंने रेहड़ी वाले को अपनी हिरासत में लेकर इस हद तक पीटा कि उसकी जान चली गयी।
खबरों के अनुसार पुलिस सोमपाल को गिरफ्तार करके आदर्श नगर थाने में ले गयाए जहां पूछताछ के दौरान तीन कांस्टेबलों ने उसे बुरी तरह पीटा। कुछ घंटों बाद सोमपाल का खून से लथपथ शव थाने के बारह बरामदे में पड़ा मिला। आयोग ने कहा कि थाना प्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों ने उसके शव को किसी दूसरे स्थान पर फेंककर घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की। उन्हें निलम्बित कर दिया गया है और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही एसडीएम ने मामले की जांच शुरू की है।
सोमपाल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले का रहने वाला था। उसके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि सोमपाल को तीन कांस्टेबलों ने हिरासत में पीटाए जिसके बाद उसने भागने की कोशिश की। उन्हें शक है कि पुलिसकर्मियों ने उसे छत से फेंक दिया था।