दुनियाभर में डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़ी : डब्ल्यूएचओ
April 2, 2017
नई दिल्ली, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में 30 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन का शिकार हैं। डब्ल्यूएचओ ने विश्व स्वास्थ्य दिवस से पहले गुरुवार को हेल्थ से जुड़े आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि डिप्रेशन से जुड़ें आंकड़े चौंकाने वाले हैं और यह दुनिया की सरकारों के लिए चेतावनी है कि वह लोगों मानिसिक स्वास्थ के बारे में ध्यान दें और इस समस्या के समाधान के लिए काम करें।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों की संख्या 2005 से 2015 के बीच 18 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, अवसाद से हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है। डब्ल्यूएचओ में मेंटल हेल्थ के डायरेक्टर डॉ. शेखर सक्सेना का कहना है सबसे पहले तो बिना किसी पूर्वाग्रह के डिप्रेशन से पीड़ित का इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई शख्स अवसाद से ग्रसित है और अपने किसी करीबी पर भरोसा कर रहा है, उससे बात करने की कोशिश कर रहा है तो समझिए कि उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिप्रेशन के लिए इलाज मिलना आज सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। हैरानी बात तो यह है कि अमीर देशों में भी 50 फीसदी लोगों को इलाज नहीं मिल पाता।