मदुरै, तमिलनाडु के एक सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर दूषित खून चढ़ाने के बाद एचआईवी से संक्रमित हुई 24 वर्षीय एक गर्भवती महिला ने यहां एक बच्ची को जन्म दिया है। सरकारी राजाजी अस्पताल के डीन डॉ एस शानमुगासुंदरम ने बताया कि महिला ने बृहस्पतिवार को बच्ची को सामान्य प्रसव के तहत जन्म दिया। नवजात शिशु का वजन 1. 75 किग्रा है।
हालांकि, एक स्वस्थ शिशु का वजन ढाई से साढ़े तीन किग्रा होता है।
डीन ने बताया कि बच्ची को अस्पताल के नवजात गहन देखभाल इकाई में रखा गया है और एचआईवी संक्रमण से बचाने के लिए दवाइयां दी गई हैं। उन्होंने बताया कि शिशु की एचआईवी जांच 45 वें दिन की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह वायरस (एचआईवी) से संक्रमित है या नहीं। गौरतलब है कि पिछले महीने यह महिला विरूद्धनगर जिले के एक सरकारी अस्पताल में एचआईवी से संक्रमित हो गई थी। एक ब्लड बैंक द्वारा आपूर्ति किए गए कथित दूषित खून चढ़ाए जाने के बाद वह संक्रमित हुई थी।
इसके बाद राज्य सरकार ने राज्य के ब्लड बैंकों में रखे खून की जांच करने का आदेश दिया था। बाद में यह पाया गया कि 19 वर्षीय एक व्यक्ति द्वारा रक्त दान किया गया संक्रमित खून महिला को चढ़ा दिया गया। यह पता चलने पर कि वह (महिला) एचआईवी से संक्रमित हो गई है , उसने (युवक ने) चूहा मारने का जहर खा लिया और पिछले महीने 30 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। संक्रमित खून चढ़ाए जाने की घटना के बाद द्रमुक सहित विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की आलोचना करते हुए कहा था कि इससे यह जाहिर होता है कि किसी तरह से सरकारी अस्पताल भ्रष्ट शासन के तहत चलाए जा रहे हैं।