पटना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता को बिना साक्ष्य पेश किये देशद्रोह के मामले में जेल भेजे जाने से स्पष्ट हो गया है कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के कार्यकाल में देश में आपातकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
कुमार ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास एक अण्णे मार्ग में आयोजित ..जनता के दरबार में मुख्यमंत्री.. कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा कि जेएनयू देश की उत्कृष्ट शिक्षण संस्था है जहां बुद्धिजीवी और छात्र स्वतंत्र रूप से अपने विचारों को रखते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में विश्वविद्यालय में एक सभा आयोजित की गयी थी जिसमें कुछ लोगों पर राष्ट्रविरोधी नारे लगाये जाने का आरोप है। उन्होंने कहा कि जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि जेएनयू छात्र संघ के नेता के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराये जाने के लिए साक्ष्य क्या हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई साक्ष्य हैं तो सरकार को उन्हें देश के सामने लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य मुकदमा नहीं है और सरकार यह दलील दे कि साक्ष्य अदालत के समक्ष प्रस्तुत किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने भी इस मामले में सरकार से साक्ष्य सामने लाये जाने की मांग की है।