लखनऊ, नोटबंदी के बाद से, देश मे तमाम जगहों से 500 और 1000 रुपये के नोटों को जलाने, फेंकने और बहाने की खबरें आ रही है. शादियों में नोटों की बारिश के बाद अब नदियों मे नोटों की बारिश हो रही है.
यूपी मे, बरेली, कानपुर, मिर्ज़ापुर में लाखों रुपये के नोट नदी में तैरते दिखे. मिर्ज़ापुर में शहर कोतवाली क्षेत्र के नारघाट पर 1000 के लाखों रुपये के नोट गंगा नदी में तैरते मिले। लोगों का मानना है कि किसी का यह काला धन है जो कि उसने बचने के लिए फाड़कर गंगा नदी में बहा दिया है. यह नोट 500 और 1000 के थे. खबर फैलते ही इसे देखने के लिए किनारे पर लोगों की भीड़ लग गई, कुछ लोग नदी में कूदे भी, लेकिन निराशा ही हाथ लगी. क्योंकि नदी में नोट फाड़कर फेंके गए थे. इससे पहले कानपुर व बरेली में नोट जलाने व बहाने की खबरें आई थीं.
पुणे में नगर निगम की एक कूड़ा उठाने वाली महिला को एक हजार के 52 नोट सड़क किनारे एक प्लास्टिक की थैली में मिले. पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. पुलिस नोटों की असलियत और इसके मालिक का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार से कहा है कि 8 नवंबर को अचानक 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद किए जाने से खासकर निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतें हो रही हैं. कई मरीजों के लिए यह स्थिति जानलेवा भी हो रही है. इसलिये 30 नवंबर तक पुराने नोट चलने दें. इससे पहले मुलायम सिंह यादव इस फैसले को टालने की बात कह चुके हैं. बसपा सुप्रीमो मायावाती ने भी सरकार के कदम को आर्थिक आपातकाल करार दिया.