नई दिल्ली, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के सबसे उम्दा बल्लेबाजों में से एक रोहित शर्मा का मानना है कि सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने वाले महेंद्र सिंह धोनी का 50 ओवर के प्रारूप में उनसे पारी शुरू कराने का फैसला उनके लिए कॅरियर बदलने वाला था। रोहित ने कहा, मुझे लगता है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में पारी शुरू करने के फैसले ने मेरा करियर बदल दिया और यह फैसला महेंद्र सिंह धोनी ने किया था। इसके बाद मैं बेहतर बल्लेबाज बन गया। इससे मुझे अपना खेल बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली और मैं स्थिति के अनुसार बेहतर प्रतिक्रिया दे पाया।
रोहित ने पहली बार 2013 की शुरूआत में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई। उन्होंने इस श्रृंखला में 80 के आसपास रन बनाए और फिर चैम्पियन्स ट्राफी में ठोस प्रदर्शन किया। धोनी के पारी की शुरूआत के लिए कहने के संदर्भ में रोहित ने कहा, वह (धोनी) मेरे पास आया और कहा कि मैं चाहता हूं कि तुम पारी की शुरूआत करो क्योंकि मुझे भरोसा है कि तुम अच्छा करोगे। तुम कट और पुल शाट दोनों अच्छा खेल सकते हो इसलिए तुम्हारे अंदर सलामी बल्लेबाज के रूप में सफल होने का गुण है। उन्होंने कहा, उन्होंने मुझे कहा कि विफलताओं से हम डरे और आलोचनाओं से निराश नहीं हो। वह बड़ी तस्वीर देख रहे थे क्योंकि उस साल इंग्लैंड में चैम्पियन्स ट्राफी होनी थी।
रोहित के अनुसार धोनी की खिलाड़ी की क्षमताओं को परखने की क्षमता बेजोड़ है। रोहित ने कहा, इंग्लैंड में चैम्पियन्स ट्राफी ने मेरा भरोसा बढ़ाया कि मैं पारी की शुरूआत कर सकता हूं और मैं सुबह इंग्लैंड के हालात में सफेद गेंद से खेलने की चुनौती का सामना करने को तैयार था। न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान रोहित को जांघ की मांसपेशियों में चोट लगी थी और वह अभी इससे उबर रहे हैं। उन्होंने कहा, आप इसे लेकर कुछ नहीं कर सकते और मैंने पहले भी इस तरह की स्थितियों का सामना किया है।
मेरे लिए निराशाजनक यह है कि चोट उस समय लगी जब न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में लगातार तीन अर्धशतक जड़ने के बाद मैं लय में था। इंग्लैंड के खिलाफ पिचें बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी और इन पर खेलने में मजा आता। करूण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा। करूण के प्रदर्शन से क्या रोहित असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, यह पूछने पर उन्होंने कहा, मैं कभी असुरक्षित महसूस करने वाला व्यक्ति नहीं रहा और इसका कारण यह है कि मुझे पता है कि जीवन में आगे कैसे बढ़ना है। अगर आप चोटिल नहीं हो तो क्या होता इस बारे में सोचना बेमानी है।
तथ्य यह है कि करूण को मौका मिला और वह शानदार खेला और उसकी तारीफ होनी चाहिए। करूण और लोकेश राहुल जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैंने थोड़ी देर देखा भी था। श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के लिए अश्विन, शमी और जडेजा को श्रेय जाता है। जांघ की चोट के आपरेशन के बाद रोहित आठ हफ्ते की रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। उन्होंने बताया, प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की कोई तय तारीख मैं नहीं बता सकता। मुझे बताया गया है कि पूरी तरह से उबरने में 12 से 14 हफ्ते लगेंगे। इसका मतलब हुआ कि अभी से चार से छह हफ्ते में।
रोहित ने कहा, मैंने दौड़ना शुरू कर दिया है और अगले हफ्ते से मैं बल्लेबाजी ड्रिल शुरू करूंगा। शुरू में सामान्य अभ्यास के बाद गेंदबाजी मशीन के खिलाफ बल्लेबाजी करूंगा और फिर नेट सत्र में हिस्सा लूंगा। रोहित को कुछ घरेलू मैच खेलने होंगे और विजय हजारे ट्राफी का आयोजन अगले महीने के अंत में किया जाएगा। उन्होंने कहा, आस्ट्रेलिया श्रृंखला के बारे में मुझे नहीं पता लेकिन मुझे कुछ अभ्यास मैच खेलने होंगे। मुझे मुंबई क्रिकेट संघ से बात करनी होगी कि क्या मैं कुछ क्लब मैच खेल सकता हूं। समस्या यह है कि मैं 10 साल से अधिक समय से क्लब क्रिकेट नहीं खेला हूं इसलिए मुझे मौजूदा प्रक्रिया की जानकारी नहीं है। रोहित ने कहा कि रिहैबिलिटेशन के दौरान उबरने के लिए समय दिया और परिवार के साथ अच्छा समय बिताया। उन्होंने कहा, मैं मजबूत व्यक्ति हूं लेकिन मेरी पत्नी रितिका मुझसे भी ज्यादा मजबूत है। वह मेरी मजबूती है और जब मैं घर आता हूं तो मैं अपने काम से अपना ध्यान हटा सकता हूं और पूरी तरह से अलग चीज पर बात कर सकता हूं।